विधायक और समाज के नेताओं में हुई नोंक झोंक
विभिन्न संगठनों ने अपनी-अपनी समस्याआंð को लेकर दिये ज्ञापन
मुरैना । ब्राह्मण समाज द्वारा नागाजी मंदिर पोरसा के महंत के विरूद्ध झूठी एफआईआर पोरसा थाने में दर्ज किए जाने को लेकर प्रभारी मंत्री लाखन सिंह को ज्ञापन सौंपा। समाज के लोगों ने स्पष्ट कहा कि यह एक षडयंत्र है और महंत श्रीरामलखन दास जी नागा सम्प्रदाय के महामण्डलेश्वर हैं। उनका घटना से कोई लेना देना नहीं है। मंदिर की जमीन होने के कारण उनके विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है, जो पूर्णत: गलत है। इस दौरान मामला दर्ज करवाने वाले अम्बाह के विधायक कमलेश जाटव भी मौके पर मौजूद थे। समाज के लोगों ने उनको भी जमकर सुनाई। प्रभारी मंत्री के समक्ष ही ब्राह्मण समाज के लोगों ने कहा कि विधायक जी और कितनी एफआईआर दर्ज कराओगे। काफी नोक झोंक के बाद प्रभारी मंत्री ने मामला शांत सुनाया, विधायक को मुंह की खानी पडी। ब्राह्मण समाज के लोगों ने ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि इस मामले को लेकर यह घटनाक्रम घटित हुआ है। वह निश्चित ही संबंधित व्यक्ति द्वारा मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण किया गया था। महंत ने अतिक्रमण हटाने की कई बार चेतावनी दी इसके बाद भी खाली नहीं हुआ तब कहीं जाकर प्रशासन को लिखकर दिया था और प्रशासन के लोग अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। महंत जी अतिक्रमण हटाने गए और न ही इस घटना से कोई संबंध है। प्रशासन की कार्यवाही के दौरान कब्जा धारियों द्वारा षडयंत्र पूर्वक यह घटना आकस्मिक हुई है ये दुर्भाग्यपूर्ण है। महिला का निधन भी दुखद विषय है और शासन ने सावधानी पूर्वक कार्य नहीं किया। इसलिए घटना घटित हुई उसका इल्जाम महंत पर थोपना गलत है। महंत बयोवृद्ध है उन्हें मधुमेह की शिकायत भी है। घटना की निंदा करते हुए प्रभारी मंत्री से आग्रह किया है कि घटना के संबंध में झूठी एफआईआर दर्ज करने वाले थाना प्रभारी को बर्खास्त कर सात दिवस के अंदर प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाये और दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। अन्यथा समाजों में वर्ग संघर्ष की स्थिति का टालना कठिन होगा। इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में महेश भारद्वाज, बलवीर पाठक, राकेश अवस्थी, गिर्राज अवस्थी, मुकेश शर्मा, रामलखन डण्डौतिया, आदि सैकडें की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग उपस्थित थे।
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अध्यापक शिक्षक संघ ने प्रभारी मंत्री को सौंपा ज्ञापन
जिले के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव को अध्यापक शिक्षक संघ ज्ञापन सौंपकर कहा है कि शिक्षा विभाग संविलियन उपरांत शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण किया जाये। संकुल केन्द्र प्राचार्य विकासखण्ड और जिला शिक्षा अधिकारियों के स्तर पर समस्याएं व्याप्त है। ज्ञापन के मुताबिक छटवां वेतन की दूसरी किश्त, सांतवां वेतन लागू किया जाये, कर्मचारियों का डीए एरियस क्रमोन्नति आदि जैसी गंभीर समस्याएं है। समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो आंदोलन के लिए मजबूर होना पडेगा। ज्ञापन देने वालों में मुन्नालाल शर्मा, अशोक शर्मा, रामनरेश डण्डौतिया, कौशल कुमार शर्मा आदि मौजूद थे।
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म.प्र. राजपत्रित अधिकारी संघ ने प्रभारी मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा
म.प्र. राजपत्रित अधिकारी संघ मुरैना द्वारा जिले के प्रभारी मंत्री को पोरसा अतिक्रमण हटाऐ जाने की घटना के सम्बंध में एसडीएम अम्बाह नीरज शर्मा एवं तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को लेकर असमाजिक तत्वों व विशेष वर्ग के संगठनों द्वारा हटाये जाने की मांग के विरोध में साथ ही मुरैना जिले के अधिकांश कार्यालयों द्वारा शासन के दिशा निर्देशों का पालन न किये जाने के सम्बंध में ज्ञापन प्रेषित किया गया।
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मप्र कर्मचारी कांग्रेस ने दिया ज्ञापन
मध्यप्रदेश शासन द्वारा मान्यता प्राप्त मध्यप्रदेश कर्मचारी कांग्रेस के लोगों ने भी प्रभारी मंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर राज्य कर्मचारियों, कार्यभारित, दैनिक वेतन, स्थाई कर्मियों एवं पेंशनरों की लंबित मांगों का निराकरण करने हेतु अपनी बात रखी। उन्होंने प्रभारी मंत्री से आग्रह किया है कि हमारी मांगों को लेकर माननीय मुख्यमंत्री को अवगत कराएं। ज्ञापन देने वालों में उदयभान शर्मा, अध्यक्ष मध्यप्रदेश कर्मचारी संघ आदि मौजूद थे।
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जन स्वास्थ्य रक्षकों ने प्रभारी मंत्री लाखन सिंह को दिया ज्ञापन
1995 से 2003 के मध्य जन स्वास्थ्य रक्षकें को घोषणा के बाद सुविधाएं न मिलने के कारण अपने मानदेय को लेकर मध्यप्रदेश जनस्वास्थ्य रक्षक कल्याण संगठन के तत्वाधान में प्रभारी मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उन्हेंने कहा कि तकरीबन प्रदेश के अंदर 5200 रक्षकों को 6 माह तक प्रशिक्षण दिया गया था जिसमें 500 रूपये का मानदेय दिये जाने का निर्णय था। परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद भाजपा ने इस मामले को नकार दिया, कांग्रेस ने वचन में शामिल किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि उनकी मांगों पर ध्यान दें। ज्ञापन देने वालों में दयाल सिंह, रघुवीर, परिमाल सिंह दौनेरिया आदि लोग सम्मलित थे। वहीं विकास क्रांति संगठन के जिलाध्यक्ष रजनीश पंडित ने प्रभारी मंत्री को बताया कि पुरानी हाउसिंग बोर्ड में संचालित विद्यालय विहिन और अव्यवस्थाओं की चपेट में है। शिक्षक भी विद्यालय में नहीं पहुंचते। पेड के नीचे तपती धूप में स्कूल संचालित किया जाता है। व्यवस्थाओं के प्रति जिम्मेदारी से निर्वहन किया जाये।
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विधायक अम्बाह को ब्राह्मण समाज ने सुनाई खरी-खोटी
ब्राह्मण समाज के कुछ चुनिंदा लोग प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव को पोरसा में हुई घटना से अवगत कराने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि महंत के ऊपर किया गया मामला दर्ज पूरी तरह झूठा है। इक्तिफाक से वहां अम्बाह विधायक कमलेश जाटव भी मौके पर पहुंच गए, तो समाज के कुछ कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि विधायक जी कितनी एफआईआर और दर्ज कराओगे। क्या इसीलिए जनता ने तुम्हें चुना है क्या एक ही वर्ग ने तुम्हें वोट दिया था। विधायक की बोलती बंद हो गई और सर नीचे झुककर समाज की बातें सुनते रहे। काफी देर तक प्रभारी मंत्री के सामने ही यह मामला चलता रहा।
मध्यप्रदेश शिक्षक संघ ने प्रभारी मंत्री को सौपा 7 सूत्रीय ज्ञापन
मप्र शिक्षक संघ मुरैना द्वारा जिलाध्यक्ष डॉ नरेश सिंह सिकरवार के नेतृत्व में माननीय पशुपालन मंत्री श्री लाखन सिंह यादव प्रभारी मंत्री मुरैना को सात सूत्रीय सौपा गया।
रेस्ट हाउस पर प्रभारी मंत्री श्री यादव से प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर शिक्षा छात्र शिक्षक हित मे विभिन्न समस्याओ को लेकर चर्चा की और ज्ञापन सौपा । मप्र शिक्षक संघ ने शीघ निराकरण नही होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है । मप्र शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष डॉ नरेश सिंह सिकरवार ने ज्ञापन पर बिंदुवार चर्चा करते हुए कहा कि सहायक शिक्षकों को पदनाम परिवर्तन कर शिक्षक पदनाम दिया जाए। 34 वर्षो से सहायक शिक्षको को पदोन्नति नही दी गई हैं। हजारो शिक्षक बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो रहे है। जबकि पदोन्नति देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश हो चुका है।अविलंब पदोन्नति देकर शिक्षक पदनाम दिया जाए। साथ ही शिक्षको की सेवा अवधि 62 से 65 वर्ष करनर की मांग की।
ईएमएस/मोहने/ 24 जून 2019