ग्वालियर। पडाव चौराहे पर स्थित सूचना केन्द्र अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। शहर के महत्वपूर्ण चौराहे पर स्थित इस सूचना केन्द्र की न तो नगर निगम और न ही राज्य सरकार सुध ले रही है। सूचना केन्द्र में प्रतिदिन पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन करने वाले लोग यहां की जर्जर हालत से परेशान हैं।
जानकारी के मुताबिक पडाव स्थित सूचना केन्द्र (वाचनालय) की स्थापना 1981 में राज्य सरकार व नगर निगम के संयुक्त तत्वाधान में हुई थी। इसमें वाचनालय का संचालन मप्र जनसंपर्क विभाग करता है। देख रेख के अभाव में यह पूर्व में जर्जर हो गया था, लेकिन 2002 में तत्कालीन निगम कमिश्नर सीबी सिंह की पहल पर इसका जीर्णोद्धार कराया गया था, और इसको आधुनिक स्वरूप प्रदान किया गया था।
ल्ेकिन समय बीतते अब इसकी हालत फिर खराब हो गई है। इस वाचनालय की सभी दीवारें का प्लास्टर सीलन की वजह से गिर रह है। पूरे सूचना केन्द्र की छत से पानी गिर रहा है, जिस कारण सूचना केन्द्र में हमेशा पानी भरा रहता है। जिस कारण सीलन व बदबू का साम्राज्य रहता है। जिससे यहां आने वाले नियमित पत्र-पत्रिकाओं के पाठकों को काफी परेशानी रहती है। वहीं सीलन व पानी के कारण यहां करेंट फेलने का खतरा बना रहता है।
पडाव का यह सूचना केन्द्र जिले का महत्वपूर्ण वाचनालय है, यहां प्रतिदिन आने वाले पाठक देश भर के महत्वपूर्ण व दुर्लभ समाचार पत्र-पत्रिकाओं का अवलोकन कर अपनी जानकारी अपडेट करते हैं। यहां १०० से अधिक समाचार पत्र नियमित रूप से आते हैं। सूचना केन्द्र की कुर्सियां व टेबल की अब मरम्मत मांग रहीं है, लेकिन राज्य सरकार और न ही नगर निगम ने अभी तक इस ओर ध्यान दिया है।
स्मार्ट सिटी की ओर से शहर भर से विभिन्न काम किये जा रहे हैं, यदि सूचना केन्द्र को स्मार्ट सिटी कार्ययोजना में ले लिया जाये तो शहर को एक अत्याधुनिक वाचनालय वातानुकूलित उपलब्ध हो सकेगा।