लंदन । ओल्ड ट्रैफोर्ड, मैनचेस्टर में विश्व स्तरीय बल्लेबाजों से सजी भारत की टीम न्यूजीलैंड द्वारा दिए गए मामूली 240 रन के लक्ष्य के सामने धराशाई हो गई और विश्व कप क्रिकेट में 18 रन से पराजित होकर भारत बाहर हो गया।
वर्षा बाधित मैच में आरक्षित दिन आगे खेलने उतरी न्यूजीलैंड की टीम 50 ओवर में 239 रन ही बना पाई। जवाब में भारत की पूरी टीम 49.3 ओवर में 221 रन बनाकर आउट हो गई।
विश्व के नंबर एक बल्लेबाज विराट कोहली और विश्व के नंबर दो बल्लेबाज रोहित शर्मा एक-एक रन ही बना पाए।
240 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। मात्र 35 रन के भीतर भारत के चार विकेट धराशाई हो गए। इस विश्वकप में सर्वाधिक रन बनाकर 5 शतक लगाने वाले रोहित शर्मा आज नहीं चले उन्होंने जब 4 गेंदों में पहला रन लगाकर खाता खोला था उसी वक्त मैट हेनरी की गेंद पर टॉम लाथम ने उन्हें लपक लिया। भारत के जब 5 रन बने थे तब तीसरे ओवर में विराट कोहली भी ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर मात्र 1 रन बनाकर एलबीडब्ल्यू हो गए। विकटों का पतन जारी रहा। केएल राहुल को मेट हेनरी ने टॉम लाथम के हाथों लपकवा दिया। राहुल ने भी मात्र 1 रन बनाया। शुरुआती 3 विकेट मात्र 5 रन पर खो देने के बाद भारतीय टीम की बल्लेबाजी की कमर टूट गई। चौथा विकेट भी जल्द ही आया जब दिनेश कार्तिक मात्र 6 रन बनाकर जिमी नीशम द्वारा मैट हेनरी की गेंद पर लपक लिए गए। उस वक्त टीम इंडिया के स्कोर था 24 रन और विकेट गिर गए थे चार। क्रीज पर टिकने की कोशिश कर रहे ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने 47 रन की साझेदारी करके थोड़ा संघर्ष करने की कोशिश की, लेकिन ऋषभ पंत ने गलत शॉट खेलते हुए मिशेल सैंटनर की गेंद पर कॉलिन डी ग्रैंडहोम को कैच दे दिया। उन्होंने 56 गेंदों में 32 रन बनाए। इसके बाद पंड्या और विकेटकीपर धोनी ने पारी संभालने की कोशिश की। लेकिन भारत की पारी में 21 रन ही जुड़े थे कि हार्दिक पंड्या को मिशेल सैंटनर ने विलियमसन के हाथों कैच करा दिया। पंड्या ने 62 गेंदों में 32 रन बनाए जिसमें 2 चौके शामिल थे। धोनी और रविंद्र जडेजा ने पारी संभालते हुए जीतने की कोशिश की। दोनों ने 116 रन की साझेदारी करके भारत को जीत के करीब ला दिया था तभी ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर चक्का लगाने के चक्कर में जडेजा विलियमसन द्वारा लपक लिए गए। उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए 59 गेंदों में चार चौके और चार छक्के की सहायता से 77 रन बनाए। उनके आउट होते ही भारत की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद धराशाई हो गई। सबसे तगड़ा झटका तब लगा जब दुनिया के सबसे बेहतरीन फिनिशर में शुमार एम एस धोनी को मार्टिन गुप्टिल ने एक शानदार थ्रो पर रन आउट कर दिया। धोनी ने 72 गेंदों में 50 रन बनाए जिसमें 1 चौके और एक छक्का शामिल था। भुवनेश्वर कुमार बिना खाता खोले फर्ग्यूसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। यूज़वेंद्र चहल ने एक चौका लगाकर 5 गेंदों में 5 रन बनाए, उन्हें जिमी नीशम की गेंद पर टॉम ने कैच आउट कर दिया। टीम इंडिया हार के साथ ही विश्व कप से बाहर हो गई।
न्यूजीलैंड ने बेहतरीन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण का प्रदर्शन किया। मैट हेनरी ने 10 ओवर में 3 विकेट लेकर 37 रन दिए ट्रेंट बोल्ट- मिशेल सैंटनर को दो-दो विकेट मिले। फर्ग्यूसन और नीशम ने एक-एक विकेट लिया।
इससे पहले मंगलवार को बनाये गए 46।1 ओवर में 211 रन से आगे खेलते हुए न्यूजीलैंड ने निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 239 रन बनाए। रॉस टेलर ने 90 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की सहायता से 74 रन का योगदान दिया। उन्हें जडेजा ने रन आउट कर दिया। बाकी के बल्लेबाज उल्लेखनीय प्रदर्शन नहीं कर पाए। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने 10 ओवर में 43 रन देकर तीन विकेट लिए।
ज्ञात रहे कि मंगलवार को केन विलियमसन और रॉस टेलर के अर्धशतकों की बदौलत वर्षा बाधित विश्व कप क्रिकेट के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने खेल रूकने तक 46.1 ओवर में 5 विकेट खोकर 211 रन बनाये थे। रॉस टेलर 67 और टॉम लाथम 3 रन बनाकर क्रीज पर थे।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला न्यूजीलैंड के लिए भारी पड़ा। जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने घातक ओपनिंग स्पेल किया। 3।3 ओवर्स में जब मात्र 1 रन बना था उस वक्त मार्टिन गुप्टिल को बुमराह ने विराट कोहली के हाथों कैच करा दिया। गुप्टिल ने 14 गेंद खेलकर 1 रन बनाए। इसके बाद रन गति काफी धीमी हो गई। दूसरे विकेट के लिए हेनरी निकोल्स और केन विलियमसन ने मिलकर 68 रन की साझेदारी तो की लेकिन इसके लिए 87 गेंद खेली। इस साझेदारी को रविंद्र जडेजा निकोल्स को बोल्ड करके तोड़ दिया। निकोल्स ने 51 गेंदों में दो चौकों की सहायता से 28 रन बनाए। इसके बाद न्यूजीलैंड के रन तो धीमे बने लेकिन बल्लेबाज क्रीज पर डटे रहे और विलियमसन ने रॉस टेलर के साथ मिलकर 36 वें ओवर तक स्कोर 134 रन तक पहुंचाया। इस ओवर की दूसरी गेंद पर यूज़वेंद्र चहल ने विलियमसन को लंबा शॉट लगाने के चक्कर में रविंद्र जडेजा के हाथों कैच करा दिया। विलियमसन ने 95 गेंदों में 6 चौके की सहायता से 67 रन बनाए। इसके बाद विकटों का गिरना शुरू हो गया। जिम्मी नीशम को पंड्या ने दिनेश कार्तिक के हाथों 12 रन के स्कोर पर कैच करा दिया। नीशम ने 18 गेंदों में एक चौके की सहायता से 12 रन बनाए। आते ही हाथ खोलकर धुआंधार बल्लेबाजी करने वाले कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने जब 10 गेंदों में दो चौके की सहायता से 16 रन बना लिए थे उसी समय भुवनेश्वर कुमार ने उन्हें विकेट के पीछे धोनी के हाथों कैच करा दिया। इसके बाद कुछ बाल और फिकीं थी कि बारिश ने खलल डाल दिया। उस समय रॉस टेलर 85 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की सहायता से 67 रन बनाकर क्रीज पर थे।
भारत के लिए जसप्रीत बुमराह – हार्दिक पंड्या – रविंद्र जडेजा और यूज़वेंद्र चहल ने एक-एक विकेट लिया था।