ग्वालियर। बिजली कंपनी के किसी फॉल्ट के कारण आपके घर का मीटर अगर खराब होता है और अगर आप ये सोचते है कि इसे बिजली कंपनी ही बदलेगी तो आप गलत है। बेशक बिजली कंपनी की खामियों के कारण आपका मीटर खराब हुआ हो, लेकिन उसे बदलवाने के लिए आपको मीटर की कीमत चुकानी पड़ेगी। ऐसा इसलिए क्योकि बिजली कंपनी अपनी नहीं बल्कि उपभोक्ता की ही गलती मानती है। जबकि कंपनी हर उपभोक्ता से मीटर का किराया वसूल करती है। बावजूद इसके मीटर खराब होने पर कंपनी उल्टा उपभोक्ताओं से वसूली करती है। कंपनी की इस वसूली पर अब जल्द ही ब्रेक लग सकता है। असल में कंपनी के इस गलत प्रक्रिया को लेकर विद्युत नियामक आयोग के पास कई आपत्तियां पंहुच गई है। भोपाल में विद्युत दरों को लेकर हुई जनसुनवाई में आयोग के पास उपभोक्ताओं की यह परेशानी फिर से पंहुची है।
शहर: प्री मानसून व मानसून के दौरान बिजली के कई फॉल्ट होते है। इस कारण कई जगह पर वोल्टेज कम ज्यादा हो जाता है। इससे मीटर जलने और खराब हो जाते है। हालही में जवाहर कॉलोनी में डॉ.एजी शिंगवेकर का बिजली मीटर भी रात के समय आए आंधी तूफान में हुए फॉल्ट के कारण खराब हो गया। सिर्फ मीटर ही नही घर में एसी,फ्रीज सहित कई विद्युत उपकरण खराब हो गए। मीटर को बदलने की जब एप्लीकेशन बिजली कंपनी के अधिकारियों को दी तो उन्होने पहले 1600 रूपए फीस जमा करने के लिए कहा। फीस जमा होने के बाद भी मीटर बदलवाने के लिए उपभोक्ता को परेशान होना पड़ा।
ग्रामीण: बिजली मीटर जलने व खराब होने की सबसे ज्यादा शिकायते ग्रामीण क्षेत्रों में सामने आती है। वोल्टेज की गड़बड़ी और कई अन्य कारणों के चलते मीटर खराब हो जाते है। हालही में नियामक आयोग के समक्ष राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने इस परेशानी को सामने रख मीटर बदले जाने पर उपभोक्ताओं से होने वाली वसूली को रोकने की बात कही।