ग्वालियर। बीएड कॉलेजों में 20 फीसदी से अधिक सीटें अभी भी खाली रह गर्इं हैं। नए सत्र 2019-20 में ऑनलाइन प्रवेश के लिए अपनाई गई प्रवेश प्रक्रिया के अतिरिक्त चरण की काउंसिलिंग भी खत्म हो गई है। इससे भी कॉलेज संचालकों को निराशा ही हाथ लगी है। बची हुई सीटें भर जाएं,इसके लिए अब कॉलेज संचालक भोपाल में उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों से सेटिंग बिठाने में जुटे है। जिससे प्रवेश के लिए एक और अंतिम चरण मिल जाए। बता दें कि बीएड की अतिरिक्त चरण की प्रवेश काउंसलिंग के दौरान भी न के बराकर छात्र-छात्राओं ने ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व च्वाइस फिलिंग कराई। यही बजह रही है कि इस चरण में बीएड कॉलेजों में उतने दाखिले नहीं हुए,जिनकी सीटें खाली थीं। किसी कॉलेज में पांच तो किसी ने दस ही प्रवेश हुए है। इसके बाद भी हर कॉलेज में करीब बीस फीसदी सीटें रिक्त रह गर्इं हैं। ऐसी स्थिति इसलिए बनी हैं क्योंकि इस बार विश्वविद्यालय ने स्नातक परीक्षाओं बीए,बीकॉम,बीएससी के रिजल्ट देरी से घोषित किए हैं। हजारों छात्रों के रिजल्ट अभी भी रोक दिए गए हैं। समय पर रिजल्ट नहीं होने से बीएड करने के इच्छुक छात्र-छात्राएं ऑनलाइन आवेदन ही नहीं कर पाए और बीएड में प्रवेश से वंचित रह गए। इसी बात को बीएड कॉलेज संचालक आधार बताकर उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों से अनुरोध कर रहे हैं कि अंतिम राउंड की काउंसलिंग की डेट निकाल दी जाए। जिससे रिजल्ट नहीं आने के कारण अभी तक जो विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले पाए हैं,उन्हें मौका मिल सके। र्सत्रों की मानें तो बीएड कॉलेज संचालकों को सीटें भरने के लिए एक औरआखिरी अवसर दिया जा सकता है। इस संबंध में विभाग के आला अधिकारी विचार कर रहे हैं। ऐसा हुआ तो बीएड कॉलेजों की सारी सीटें फुल हो सकती हैं।