7 जुलाई को भोपाल में बड़ा बेटी बचाओ मार्च मातृशक्ति सम्मेलन में बच्चों को संस्कार देने की शिवराज ने की गुहार
भोपाल । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मासूम बेटियों के साथ दुष्कर्म जैसा घिनौना कार्य करने वाले दरिंदों को इस समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे दरिंदों को तो फांसी के फंदे पर लटका देना चाहिए। दुष्कर्मियों की सिर्फ एक ही सजा होनी चाहिए फांसी। वे सिर्फ इसके लायक ही हैं। अब इन दरिंदों से बेटियों की सुरक्षा के लिए मोहल्ला समितियां बनाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री बुधवार को राजधानी स्थित मानस भवन में बेटी बचाओ मातृ शक्ति बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 7 जुलाई को बेटी बचाओ मार्च में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं से शामिल होने की अपील की है, साथ ही माताओं, बहनों से आहृवान किया है कि वे अपने-अपने घरों में बच्चों को अच्छे संस्कार भी दें।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ अभियान, लाडली लक्ष्मी योजना जैसी कई महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की थीं। ऐसा नहीं है कि मेरे मन में राजनीति में आने के बाद या मुख्यमंत्री बनने के बाद यह भाव आया हो। मैं तो बचपन से ही गांव में देखता था कि माता-पिता बेटियों को बेटों की अपेक्षा कम लाड़-प्यार करते थे। बेटियों को बेटों के बाद खाना देते थे। मेरे मन में बचपन से ही बेटियों, माताओं और बहनों के लिए केवल एक ही भाव रहा है- नारी केवल तुम श्रद्धा हो और उसी भाव से मैंने सरकार में रहते हुए और अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए कार्य किया है।
– दुष्कर्मियों को सजा दिलाने सभी साथ आएं
पूर्व मुख्यमंत्री ने उपस्थित माताओं, बहनों से आहृवान किया है कि दुष्कर्मियों को सजा दिलाने के लिए अब सभी महिलाओं को घर से बाहर निकलना पड़ेगा। इसके लिए मोहल्ला समितियां बनाकर सभी अपने-अपने मोहल्लों में मासूमों के साथ दुष्कर्म करने वालों पर नजर रखेंगे और ऐसे दरिंदों को उनके किये की सजा दिलाएंगे। इसके लिए सभी माताएं, बहनें 7 जुलाई को राजधानी में पैदल मार्च निकालकर बेटी बचाओ अभियान में अपनी सहभागिता दें। पूर्व मुख्यमंत्री ने उपस्थित महिलाओं से यह भी अनुरोध किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में मोहल्ला समितियां बनाएं और बेटी बचाने के इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
– वीरंगनाओं की अनेक गाधाएं हैं
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारे देश में वीरंगनाओं की अनेक गाथाएं हैं। रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों से लोहा लेते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए, रानी दुर्गावती ने भी जमकर हौसला दिखाया है और अब बेटियों को बचाने के लिए सभी को घरों से बाहर निकलकर इस अभियान को पूरा करना है। उन्होंने कहा है कि यह हमारे समाज को बचाने का अभियान है, यह हमारे घरों को बचाने का अभियान है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मासूमों के साथ दुष्कर्म करने वालों के खिलाफ हमारी सरकार ने फांसी की सजा का कानून बनाया, लेकिन इन दरिंदों को अब तक फांसी के फंदे पर नहीं लटकाया जा सका है। इसके लिए अब सभी माताएं, बहनें एक पोस्टकार्ड के जरिए उच्चतम न्यायालय के चीफ जस्टिस को पत्र भी लिखें कि ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा से बचाया नहीं जाए, बल्कि इनको फांसी के फंदे पर लटकाया जाए। इस मौके पर महापौर आलोक शर्मा, भाजपा के वरिष्ठ नेता भगवानदास सबनानी, गीता माता, डॉ स्नेहल चौबल, वरिष्ठ पत्रकार दीप्ति चौरसिया, समाजसेवी अंशु गुप्ता, नीलम विजयवर्गीय, सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।