फेसबुक आभासी मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) से भुगतान को मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रही है। कंपनी सरकार और वित्तीय क्षेत्र के दिग्गजों के सहयोग से नयी आभासी मुद्रा लाना चाहती है। दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग कंपनी द्वारा मंगलवार को एक आभासी मुद्रा के ब्योरे के बारे में बताया जाएगा जिसको वह अगले साल पेश करेगी।
कंपनी का मानना है कि इस नई आभासी मुद्रा से बिटकॉइन जैसी ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी आधारित मुद्राओं में उतार-चढ़ाव से बचा जा सकेगा। वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार फेसबुक एक गठजोड़ ‘लिबरा का गठन कर रही है। इसमें वीजा, मास्टरकार्ड, पेपाल और उबर जैसी एक दर्जन से अधिक कंपनियों के शामिल होने की उम्मीद है। बताया जाता है कि ये कंपनियां उद्यम पूंजीपतियों और दूरसंचार कंपनियों के साथ मिलकर इस गठजोड़ में एक-एक करोड़ डॉलर का निवेश करेंगी।
यूट्यूब ने घृणा फैलाने वाले 90 लाख वीडियो हटाए
वहीं दूसरी ओर, गूगल के स्वामित्व वाली वीडियो शेयरिंग साइट यूट्यूब खतरनाक या घृणा फैलाने वाले वीडियो हटाने का काम कर रही है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने सोमवार को कहा कि यूट्यूब ने पिछली तिमाही में ऐसे 90 लाख से अधिक वीडियो हटाए हैं। यह खतरनाक सामग्री को फैलने से रोकने के प्रयासों का हिस्सा है। पिचाई ने यह बात यहां सीएनएन के एक सवाल के जवाब में कही।