लहार । अपने गलत कार्यो के कारण आए दिन सुर्खियों में रहने वाला विजली बिभाग इन दिनों बिना बन्दूक के उपभोक्ताओं को लूट रहा है। बिजली के बिलों में हेराफेरी तो सुनी होगी पर लहार में तो हेराफेरी की जगह उपभोक्ता को एक लंबी राशि का बिल थाम दिया गया मई माह में उस उपभोक्ता का बिल 200 आया और जून में 3591 यानी उस उपभोक्ता ने मई में 200 रु की बिजली खपत की ओर जून में एका एक 3591 कि बिजली जला डाली यकीन करने योग्य नही है। जानकारी के मुताबिक बम्बा रोड पर निवास करने बाले इकबाल अहमद का मई माह में 200 रु बिजली बिल आया और जून में 3591 का बिल आया एकाएक 3591 का बिजली बिल देखकर उपभोक्ता के पैरों तले जमीन खिसक गई जब उपभोक्ता ने इस सबन्ध में बिजली विभाग के आला अधिकारियों से चर्चा की तो कोई भी इसका सन्तोष जनक उत्तर नही दे पाया गौरतलब है कि बिजली विभाग में पदस्थ मीटर रीडरों के गलत रीडिंग देने के कारण ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे है इससे पूर्व भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके है मजेदार बात तो यह है । कि प्रदेश सरकार उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली देने का रोना रो रही है वही बिजली विभाग के आला अधिकारियों ओर मीटर रीडरों की मिलीभगत से उभोक्ताओ को बिना बन्दूक के ही लुटा जा रहा है