लापरवाही पर चार शिक्षकों की वेतन वृद्घि रोकी
कलेक्टर द्वारा ग्रामो में लगाई चौपाल दुरस$डा विधालय, तहसील भाण्$डेर का निरीक्षण
दतिया। कलेक्टर श्री बीएस जामोद ने मैदानी अमले की स्थिलता पर क$डा रूख वरतते हुए स्वयं ग्रामीण क्षेत्र का दौरा किया तथा जिले के अधिकारियों को पांच-पांच शालाओं व आंगनबा$डी केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कलेक्टरी द्वारा स्वयं दुरस$डा प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय पहुुंचकर निरीक्षण किया, भाण्$डेर तहसील का निरीक्षण किया। ग्राम तिघरा खिरिया में ग्रामीणजन के मध्य चौपाल लगाकर उनकी समस्यायें सुनीं। दुरस$डा में ग्रामीणजन को बच्चों को स्कूल भेजने की समझाईश दी। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री भगवान सिंह जाटव, एसडीएम भाण्$डेर श्री प्रदीप कुमार शर्मा, तहसीलदार भाण्$डेर श्रीमती मनीषा कौल, नायब तहसीलदार श्री नीतेश भारद्घाज, सीईओ जनपद पंचायत श्री ऑफीसर सिंह, डीपीसी श्री अशोक त्रिपाठी, बीआरसी आदि साथ में रहे। कलेक्टर क्षेत्र भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम दुरस$डा पहुंचे वहां पर माध्यमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान उन्हें बच्चों की वेहद कम उपस्थिति मिली। १२० में से चार शिक्षक, शिक्षकाएं मौजूद थे तीन गायब मिले कलेक्टर द्वारा अनुपस्थित तीन शिक्षकायों सपना चतुर्वेदी, साधना तोमर, संतोषी आदिवासी तथा प्रभारी शिक्षक श्री रामकिशोकर कुशवाहा की दो-दो वेतन वृद्घि रोकने के आदेश डीपीसी को दिए। कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन में कम मात्रा में खाना दिए जाने पर भी आपत्ती जताई उन्होंने कहा कि बच्चों को पर्याप्त मात्रा में खाना दिया जाये। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों का भविष्य आपके ऊपर निर्भर है आप लोग घर-घर जाकर बच्चों को समझायें ताकि बच्चों के माता-पिता उन्हें स्कूल भेजे और आप लोग उन्हें अच्छी शिक्षा दें।
दुरस$डा में ग्रामीणजन से की बातचीत
कलेक्टर श्री बीएस जामोद ने दुरस$डा ग्राम में ग्रामीणजन को समझाईश दी कि वह अपने-अपने बच्चों को स्कूल जरूर भेजे। उन्होंने यह भी समझाईश दी कि किसान सम्मान योजना में हरेक किसान को ६ हजार रूपये मिलना है इसके लिए पटवारी पंचायत सचिव या रोजगार सहायक को अपने कृषि या बैंक संबंधी दस्तावेज जरूर दें।
भाण्$डेर में एसडीएम व तहसील कार्यालय का निरीक्षण
कलेक्टर श्री बीएस जामोद ने भाण्$डेर में एसडीएम कार्यालय व तहसीलदार कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि नामांकन, सीमांकन व बटवारों के प्रकरण जैसे ही प्राप्त हो उन्हें आरसीएमएस में दर्ज किया जाये। उन्होंने दायरा पंजी का निरीक्षण किया कम्प्यूटर में दर्ज प्रकरणों से मिलान किया। कलेक्टर द्वारा तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार के यहां दायरा पंजी, आरसीएमएस प्रकरणों का निराकरण किया। उन्होंने कहा कि यदि किसान सीमांकन का आवेदन लगाये तो उसका सीमांकन जरूर करें कलेक्टर नकल शाखा पहुंचे उन्होंने काफी समय से बनी रखी नकलों को वितरित न करने पर निर्देश दिए कि समय सीमा में नकल दी जाये। कलेक्टर द्वारा ऑफिस कानूनगो शाखा निरीक्षण के दौरान दिर्देश दिए कि जो कर्मचारी जीपीएफ क्लेम आदि से संबंधित आवेदन दें उसको दर्ज करें और निराकरण के उपरांत उसे उसी रजिस्टर में च$डाये ताकि पता चल सके कि कब आवेदन प्राप्त हुआ था और कब निराकृत हुआ।