मुरैना। अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने कहा कि नशा, नाश की जड़ है। नशा करने से बचें, नई पीढ़ी की अच्छी परिवरिस करें । यह बात उन्होने बुधवार को पं. रामप्रसाद विस्मिल शहीद संग्रहालय में अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कही। इस अवसर पर एसडीएम मुरैना सुरेश जाधव, कार्यक्रम के नोडल एडीशनल जिला सीईओ एवं प्रभारी उप संचालक सामाजिक न्याय आरके गोस्वामी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर विनोद गुप्ता, प्रजापित बृह्रमाकुमारी आश्रम की संचालिका बहन रेखा, अशोक शर्मा सहित गणमान्य नागरिक, शिक्षक, विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी एवं बड़ी संख्या में स्कूली छात्र, छात्रायें उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्रीमती दास ने कहा कि नशा व्यक्ति टेन्शन से मुक्त रहने के लिये करता है। किन्तु उसे यह नहीं मालूम कि नशा करने से कुछ समय के लिये व्यक्ति टेन्शन मुक्त तो होता है, परन्तु रेगूलर नशा करने से उसमें एक नशे की लत पड़ जाती है और वह धीरे-धीरे उसका आदी हो जाता है, और धीरे-2 परिवार में तनाव पैदा होने लगते है। उन्होनें कहा कि जैसे कि आज की पीढ़ी में फैसबुक, ट्रयूटर पर देखेन की इतनी लत लग चुकी है कि बगल से बैठे हुये व्यक्ति को भी आपस में चर्चा नहीं करते। इस प्रकार के नशे की लत को हमें छुड़ाना है। इससे युवा पीढ़ी भी पीड़ित हो रही है। इसे रोकने के लिये हम सभी को यह पहल करनी चाहिये कि नशा मनुष्य के लिये हानिकारक है। इसे छुड़ायें नशे से दूरी बनाये रखना चाहिये। शोक करना है ते समाज सुधार, पढ़ना-लिखना, पैन्टिंग आदि का शौक करें। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को नशा मुक्ति के संबंध में शपथ दिलाई गई।
अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर प्रजापिता बृह्रम्मा कुमारी आश्रम की संचालिका ने कहा कि व्यक्ति एकांकी बन गया है। उसे फैसबुक, ट्रयूटर या अन्य किसी भी प्रकार से नशे की लत इस प्रकार पड़ गई है कि वह एकान्त रहकर एकांकी जीवन व्यतीत करना चाहता है। इसे रोकने की जरूरत है। उन्होनें कहा कि अगर एक व्यक्ति का नशा छुड़वा दिया जाये तो उसका परिवार टूटने से बच जायेगा।
कार्यक्रम में समाजसेवी डॉ. पुलकित शर्मा, अमित जैन एवं शिवकुमार शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के नोडल एडीशनल जिला सीईओ एवं प्रभारी उप संचालक सामाजिक न्याय आरके गोस्वामी ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रहलाद भक्त ने किया।