खसरा है संक्रामक बीमारी
नई दिल्ली । गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) के दौरान खसरा होने से भ्रूण को भी खतरा होता है। ऐसी महिलाओं में गर्भपात, स्टिलबर्थ, बच्चे के जन्म के समय कम वजन और प्रीटर्म डिलिवरी शामिल हैं। खसरा संक्रामक बीमारी है और तेजी से फैलता है। अगर आपको खसरे का टीका नहीं लगा है तो पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने आपको खसरा होने के खतरा है। कई स्टडीज में खसरे से पीड़ित गर्भवती महिलाओं इसका बुरा असर देखा गया है। सऊदी अरब में एक स्टडी में, खसरे से पीड़ित महिलाओं के नवजात बच्चों में कई तरह के खतरों की संभावना अधिक देखी गई। इनमें समय से पहले जन्म और लंबा इंटेनसिव केयर शामिल है। अगर मां को खसरा है तो बच्चे को भी खसरा होने का खतरा होता है। डिलिवरी के 10 दिन के अंदर बच्चों में खसरा देखा गया है। ऐसे बच्चों को इंटेनसिव केयर यूनिट में ज्यादा दिनों के लिए रखना पड़ सकता है। जन्म के समय खसरा से पीड़ित बच्चों की मृत्यु दर ज्यादा देखी गई है। गर्भवती महिलाओं को खसरा होने से प्रेग्नेंसी की कॉम्प्लिकेशन्स का खतरा बढ़ जाता है। इन खतरों में निमोनिया भी शामिल है।