रेल्वे के इन्जीनियर भूमि संबंधी सभी प्रस्ताव शीघ भिजवायें संभवत: अगस्त माह से ब्रॉडगैज रेल्वे लाईन डालने का काम होगा शुरू
मुरैना । रेल परियोजना छोटी लाईन (नेरोगैज) से बड़ी लाईन ब्रॉडगैज में परिवर्तन कार्य युद्धस्तर पर किया जाये। उत्तर मध्य रेल्वे के अधिकारी 10 जुलाई से 15 जुलाई तक भूमि अधिग्रहण संबंधी प्रस्ताव भेजें। 30 जुलाई 2019 तक वन विभाग को प्रस्ताव भेजे। ब्रॉडगैज लाईन डालने, पुल, पुलियों का निर्माण कार्य संभवत: अगस्त माह से शुरू किया जाये। इस परियोजना पर धूंआ धार काम होना चाहिये।
यह निर्देश चम्बल संभाग की कमिश्नर श्रीमती रेनू तिवारी बुधवार को अपने सभागार में मुरैना और श्योपुर रेल्वे लाईन के लिये भू अर्जन संबंधी बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। कमिश्नर श्रीमती तिवारी ने कहा कि चम्बल संभाग के इस क्षेत्र में ब्रॉडगेज रेल की अत्यन्त आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि चम्बल संभाग का पद संभालते ही इस रेल परियोजना से विभिन्न विभागों के अधिकारियों को प्रेरित कर कहा है कि वे पूरे उत्साह के साथ इस कार्य को अमली जामा पहनायें। उन्होनें कहा कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान इस परियोजना के कार्य की गति कुछ धीमी रही थी, लेकिन अब यह कार्य युद्धस्तर पर होना चाहिये। बैठक में मुरैना कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास, श्योपुर कलेक्टर बसन्त कुर्रे, उत्तर मध्य रेल्वे के मुख्य इन्जीनियर आशुतोष, वनमण्डलाधिकारी पी.डी. गैवरियाल, उप मुख्य इन्जीनियर एसके मिश्रा, कार्यकारी इन्जीनियर एके जैन, सीनियर सेक्शन ऑफीसर चतुर्वेदी, एसके शाक्य, अपर कलेक्टर श्योपुर दिलीप कपासे सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे। उत्तर मध्य रेल्वे के चीफ इन्जीनियर आशुतोष ने बताया कि रायरू से ब्रॉडगैज जो हाईवे को क्रॉस करते हुये बानमौर, जौरा और कैलारस तक 73 किलोमीटर में रेल लाईन डाली जाना है।
कलेक्टर मुरैना श्रीमती प्रियंका दास ने बताया कि रायरू से मुरैना, जौरा, सबलगढ़ के 6 गांव का प्रस्ताव में धारा 11 की कार्यवाही हो गई है। 7 जुलाई तक 2 गांवों का अवार्ड कर देंगे। कलेक्टर ने बताया कि मुरैना जिले में ब्रॉडगैज लाईन डालने के लिये अधिग्रहित करने योग्य भूमि में प्रारूप एक के अनुसार जयपुर उर्फ नयागांव, बामौर कलां, जैतपुर, नूराबाद, पहाड़ी, धनैला, जखौदा की जमीन अधिग्रहित हो गई है। टिकटोली गुर्जर, मैनाबसई, सुमावली, गनेशपुरा, बडोना नूरपुर, चिरायतनी, मुरावली, थरा, अलापुर, जौरा, सांकरा गैपरा, अगरौता, सिकरौदा, बुढहेरा, मुकुन्दा, दीपेरा श्यावर, शेखपुर तोरिया, कुर्रोली, बड़ागांव, डोंगरपुर, मानगढ़, बक्सपुर, डभेरा, पसोनकलां, पासौनखुर्द, गुदया माफी, देवपुर माफी, कुतधान, सबलगढ़ तिदोली, देवपुर पूंछरी, काजौना, मांगरौल, पावई, कीरतपुर, रामपहाड़ी रिवा पस्ता, खोह,पचेर, टेंटरा, छाहर, खिरका, बावड़ीपुरा, मानुपर, बोलाज और कैमरा कला है जो रेल्वे लाईन के अधिग्रहण करने योग्य है। कलेक्टर ने कहा कि सेक्शन इन्जीनियर मौके पर जाकर जमीन का खसरा नम्बर सर्वे नम्बर आदि का प्रस्ताव जितनी जल्दी भेज सकेंगे उतनी जल्दी ही राजस्व अधिकारियों से कार्य कराया जा सकता है।
कमिश्नर श्रीमती तिवारी ने कहा कि जितनी भूमि आपको दे दी गई है उसका पजेशन लेकर रेल लाईन बिछाने का काम शुरू किया जाये। उन्होनें कहा कि इस परियोजना में गति लाने के लिये राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। रेल्वे इन्जीनियरों को जहां भी कोई समस्या आये तत्काल मुझे मोबाइल पर बताये। उन्होनें कहा कि इस परियोजना को प्राथमिकता के साथ लेना हैं। कमिश्नर ने मुख्य अभियन्ता आशुतोष को यह भी सुझाव दिया कि चारों फेस में काम करने के लिये विभागों के बटवारा करके अलग-अलग फेस में ठेकेदार लगाये जाये ताकि कार्यो को त्वरित गति मिल सके। समीक्षा के दौरान बताया गया कि रेल परियोजना के अन्तर्गत 12.904 रकवा हेक्टेयर भूमि वन विभाग की है। शेष ज्यादा भूमि श्योपुर जिले में है। कमिश्नर श्रीमती तिवारी ने वनमण्डलाधिकारी गैवरियाल को निर्देश देते हुये कहा कि वे व्यक्तिगत रूचि लेकर अपने वरिष्ठ राज्य एवं केन्द्रीय अधिकारियों से फोरेस्ट जमीन की एनओसी दिलवायें साथ ही वृक्षारोपण का प्रस्ताव भी तैयार करें।
कमिश्नर श्रीमती तिवारी ने कहा कि रायरू से श्योपुर तक डल रही ब्रॉडगैज रेल लाईन के कार्य में सभी का उत्साह होना चाहिये। वर्तमान में नेरोगैज ट्रेन श्योपुर तक की 112 किलोमीटर की दूरी 12 घन्टे में तय करती है। जब बड़ी लाईन पर र्ट्रेक शुरू होगा तो मात्र 3 घण्टे में श्योपुर पहुंचा जा सकेगा। ब्रॉडगेज टेऊक बन जाने से सभी को यातायात के साथ-साथ यह क्षेत्र एक बड़े व्यापार एवं औद्यौगिक क्षेत्र से भी जुड़ सकेगा। व्यापारियों को व्यापार करने की सुविधा मिल जायेगी।
इससे पूर्व श्योपुर कलेक्टर वसन्त कुर्रे ने बताया कि रेल परियोजना बड़ी लाईन के अधिग्रहण योग्य 162.884 रकवा हेक्टेयर भूमि का सर्वे किया गया है। 84.720 रकवा हेक्टेयर शासकीय भूमि और 78.164 रकवा हेक्टेयर निजी भूमि है। कलेक्टर ने बताया कि तहसील कराहल के 2 प्रस्ताव तहसील श्योपुर के 14 और बीरपुर के 2 प्रस्ताव इस प्रकार 18 प्रस्ताव रेल्वे से संशोधन उपरान्त वापस प्राप्त होना है। पूर्व के तहसील वीरपुर के 22 प्रस्ताव एवं नवीन 2 प्रस्ताव इस प्रकार कुल 24 प्रस्ताव संशोधन उपरान्त वापस प्राप्त हुये है जो पूर्ति के लिये एसडीएम विजयपुर को भेजें है। उप मुख्य अभियन्ता एसके मिश्रा ने बताया कि इस रेल परियोजना पर वर्तमान में 55 करोड़ रूपया मिला है।