ओसाका । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात कर व्यापार और अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने के उपायों और द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत बनाने पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने जापान के ओसाका में जी-20 सम्मेलन से इतर यह बातचीत की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और दक्षिण कोरिया की न्यू सदर्न पॉलिसी के बीच तालमेल बनाने की इच्छा व्यक्त की। भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य देश के व्यापारिक हितों को पश्चिम और उसके पड़ोसी देशों की जगह दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों की ओर स्थानांतरित करना है। मून प्रशासन की न्यू सदर्न पॉलिसी दक्षिण कोरिया के दक्षिण पूर्वी एशिया और आसियान के साथ संबंधों के विकास पर केंद्रित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ऐतिहासिक संबंधों से स्वाभाविक साझेदारी मजबूत होती है।
जी-20 सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोरिया गणराज्य के राष्ट्रपति के साथ सार्थक बैठक। मोदी ने मून के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, मेरे अच्छे दोस्त, राष्ट्रपति मून जे-इन से मिलना हमेशा विशेष होता है। वह भारत और कोरिया गणराज्य के बीच मित्रता को आगे बढ़ाने को लेकर बेहद जुनूनी हैं।