मुंबई। दैनिक उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर अपना डिजिटल कायाकल्प करेगी। कंपनी ने इसके लिए एक अलग कार्यक्रम रीइमेजनिंग एचयूएल तैयार किया है जो कंपनी के काम करने के तरीके को पुनर्भाषित करेगा। हाल ही में कंपनी की 86वीं वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों के सामने यह बात रखी गई। कंपनी ने बताया कि उसके डिजिटल कायाकल्प को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए 80 प्रयोगों पर काम चल रहा है। उसने एक डिजिटल परिषद भी गठित की है। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया के साथ हम भी लगातार खुद को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं। हम यूनिलीवर के वैश्विक ज्ञान और हमारी गहरी स्थानीय समझ का लाभ लेना जारी रखते हुए हम अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देंगे। उन्होंने कहा कि एफएमसीजी क्षेत्र हाल में दुनिया का सबसे तेजी से वृद्धि करने वाला बाजार रहा है लेकिन देश में अभी भी प्रति व्यक्ति एफएमसीजी उत्पादों की खपत दुनिया में सबसे कम खपत वाले देशों में से एक है। इसलिए इस क्षेत्र में अभी वृद्धि की बहुत संभावनाएं हैं। मेहता ने 2032 तक देश के 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था होने की उम्मीद जताई।