भोपाल। जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का मोक्ष कल्याणक राजधानी के जैन मंदिरों में श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया जाएगा मंदिरों में भगवान नेमीनाथ का अभिषेक और विशेष पूजा अर्चना के साथ निर्वाण लाड़ू चढ़ाये जायेंगे। दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी अंशुल जैन ने बताया राजधानी के प्राचीन जैन मंदिर श्री नेमिनाथ जिनालय झिरनों में मूल नायक भगवान नेमिनाथ की अतिप्राचीन मनोहारी प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक तथा संगीतमय स्वर लहरियों के साथ अष्ट दृव्यों से भगवान नेमिनाथ के अनन्त गुणों की वंदना होगी और विधान के अर्घ्य समर्पित किये जायेंगे। मनोज जैन एडवोकेट ने बताया आयोजन की विशेष बात यह रहेगी कि मोक्षकल्याणक की पावन बेला पर जिनालय में 22 किलो के 22 निर्वाण लाड़ू श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाये जायेंगे। सायंकालीन महाआरती के साथ संगीतमय स्वर लहरियों के साथ भक्तांमर का वाचन होगा।
– राजधानी से लगभग एक हजार जैन धर्मावलंबी जायेंगे महातीर्थ गिरनार जी
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्री नेमिनाथ सेवा मण्डल के तत्वावधान में जैन धर्मावलंबियों के महातीर्थ गिरनार जी (गुजरात) के लिए राजधानी से लगभग एक हजार धमार्मवलम्बी 6 जुलाई को सोमनाथ एक्सप्रेस से रवाना होंगे। श्रद्धालुओं के श्रद्धा भक्ति और आस्था का केन्द्र गिरनारजी पर्वत की पाँचवीं टोंक से भगवान नेमिनाथ मोक्ष गये थे। जैन श्रद्धालुओं की यह निरन्तर 12वें वर्ष की यात्रा है। सामूहिक गिरनार पर्वत की यात्रा कर भक्तिभाव से निर्वाण लाड़ू समर्पित करेंगे। नेमिनाथ सेवा मण्डल के अंशुल जैन एवं अपूर्व पवैया ने बताया यात्रा को लेकर जैन धर्मावलम्बियों में खासा उत्साह है। यात्रा की विशेष बात इसमें बुजुर्ग महिलाओं, युवाओं के साथ सभी आयु के लोग शामिल रहते हैं और समाज के युवा कार्यकर्ता बुजुर्ग़ों को सहयोग कर गिरनार पर्वत की सम्पूर्ण वंदना कराते हैं। सभी धर्मामलंबी पर्वत पर 1008 दीपक प्रज्वलित कर भक्तिभाव से आरती करते हैं।