मुरैना । जिला मुख्यालय से पन्द्राह किमी दूर थाना सरायछौला के ग्राम तिलौंदा विक्रमपुरा में छोटे से जमीन के टुकडे पर दो परिवार के विवाद में समूचे परिजनों की खुशियां हवन हो गई। यह घटनाक्रम काफी समझदार लोगों के बीच उस समय घटित हुआ जब खेत से लगी एक जमीन को दो परिवार अपने-अपने ताकत से लेने का प्रयास कर रहे थे। जमीन तो ले नहीं सके लेकिन क्रोध के आभेष में बंदूक की गोलियों से दो व्यक्तियों की जान ले ली। समूचा समाज शोक में और क्षेत्र में दहशत हो गई। पुलिस घटना को लेकर सक्रिय हुई लेकिन फिर भी आरोपी घटना घटित कर फरार हो गए। चंबल क्षेत्र के इस मुरैना जिले में किसान काफी सरसब्ज होने की ओर अग्रसित है। लेकिन बंदूक का सोक और अपराधिक मानसिकता लोगों की प्रगति में बाधा बनी हुई है। सामाजिक क्षेत्र में काम करने लोग भी इसे प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं। गुर्जर समाज ने शराब बंदी की और मृत्युभोज पर अंकुश लगाया, शादी में फिजूल खर्ची बंद कर दी, लेकिन सामाजिक लोग ऐसे विवादों में अपनी भूमिका नहीं निभा पा रहे हैं, यही एक बिडम्बना है। यहां बता दें कि तिलौंदा गांव के महिला सरपंच के पति रूस्तम सिंह और देवेन्द्र सिंह के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा था, रूस्तम और देवन्द्र की जमीन एक ही जगह लगी हुई थी। कुछ बाहुबली जमीन को रूस्तम ने दबा लिया था और जो कुछ बची रह गई थे उसको अपने हक में लेने के लिए देवेन्द्र अपने परिवार के छ: लोगों को लेकर खेत पर पहुंच गया। रूस्तम सिंह के यहां उनके पुत्र की शादी थी, घर में मेहमान, लोगों की चहल-पहल उस बीच उन्हें लगा की देवेन्द्र के परिजन इसका फायदा उठाना चाहते हैं तो वो रूके नहीं। अपनी लाईसेंसी बंदूकें निकालकर खेत पर जा पहुंचे, जैसे ही खेत पर देवेन्द्र और उसके साथियों को देखा तो गोलियां दागना शुरू कर दी, वो भयभीत होकर भागे भी, तब भी उन्होंने पीछा नहीं छोडा। घटना में देवेन्द्र उर्फ भरत सिंह, अजय पुत्र जनक सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। राकेश पुत्र जनक सिंह, रामनिवास पुत्र सलेग्राम, श्रीभान पुत्र रामवीर, दिनेश पुत्र रामवीर, भरत पुत्र सलेग्राम बुरी तरह से घायल हो गए जिन्हें मुरैना से ग्वालियर रैफर किया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक असित यावद ने मौके का मुआयना कर घायलों को अस्पताल पहुंचाकर मृतकों को पोस्टमार्टम कराया। पुलिस थाना सिटी कोतवाली में फरियादी अरविन्द पुत्र रामनिवास गुर्जर निवासी विक्रम सिंह का पुरा तिरौंधा की रिपोर्ट पर से आरोपी रूस्तम सिंह पुत्र सोवरन, राजेन्द्र सिंह पुत्र महावीर, ममता पत्नी रूस्तम सिंह, अजय पुत्र महावीर, बलवीर पुत्र मुनेस, राजकुमार पुत्र रूस्तम, मुनेस पुत्र भागीरथ, लल्ले पुत्र मनीराम, महावीर पुत्र सोवरन, कल्याण पुत्र सोवरन, पवेन्द्र, रघुराज, रामब्रज, जितेन्द्र, प्रदीप, रंजीत के विरूद्ध धारा 307, 302, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर सरायछौला थाने में विवेचना हेतु भेजा गया है। घटना के बाद पुलिस आरोपियों का सुराग लगा रही है लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बहुत दूर निकल चुके हैं।