काठमांडू। भारत के पड़ोसी देश नेपाल में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है। लगातार हो रही बारिश से नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन ने हालात बदतर बना दिए हैं। बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन के कारण यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 तक हो गई है। वहीं इस बाढ़ में 38 लोग घायल हुए हैं। बाढ़ के बाद 30 लोग लापता हुए हैं जिनकी तलाश की जा रही है। नेपाल में बाढ़ से 22 जिले प्रभावित हुए हैं। अबतक बाढ़ प्रभावित इलाकों से 1146 लोगों को बचाया गया है।
मौसम विभाग ने देश के कई हिस्सों में अभी दो-तीन दिनों तक बारिश जारी रहने की आशंका जताई है। बाढ़ के कारण कई मुख्य राज्यमार्गों पर यातायात ठप है। देश के ज्यादातर इलाके जलमग्न हैं। ढाई हजार से ज्यादा घरों में पानी घुस गया है। करीब 1,500 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।बाढ़ से नेपाल में ज्यादातर इलाकों में पानी भर गया। फिलहाल, रेस्क्यू टीमें राहत बचाव और खोज कार्यों में लगी हुई हैं। जिसके लिए देशभर में कुल 27 हजार 380 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। इसी तरह काठमांडू घाटी में लगभग 8,856 कर्मियों को तैनात किया गया है।
बता दें कि बीते कुछ दिनों से नेपाल में भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते यहां के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। जिन इलाकों में बाढ़ आई है उन्हें वहां से निकालकर सुरक्षित इलाकों पर भेज दिया गया है। यातायात बुरी तरह से प्रभावित है। सभी प्रमुख राजमार्गों पर लोगों की आवाजाही बाधित है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग 6000 लोग बाढ़ के पानी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उनके घरों में पानी भर गया है। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राहत अभियान से जुड़े कार्यों में तेजी लाय़ी गई है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि ललितपुर, कावरे, कोटंग, भोजपुर और मकनपुर सहित विभिन्न जिलों से लोगों के मारे जाने की सूचना है।