दरिंदो ने मासूम को जहर देकर मारा फिर बिस्तर मे लपेटकर जलाया, पडोसी परिवार ने की थी हत्या, महिला सहित दो पुरुष गिरफ्तार
डीजीपी भी पहुचे मोके पर, गिरफ्तारी के दोरान गॉववालो ने किया संदहियो पर हमला, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, इलाके मे फैला तनाव
खबर बेहद दुखद, मन को द्रवित करने वाली आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा:कमलनाथ
भोपाल। राजधानी के कोलार क्षेत्र के बैरागढ चीचली से रविवार शाम को अगवा हुए चार साल के मासूम वरूण की जली हुई लाश पुलिस टीम ने उसके घर के पास से ही एक बंद कच्चे घर से बरामद की है। जाचं मे सामने आया है की मकान के पीछे के हिस्से का दरवाजा खोलकर अंदर शव को जलाया गया है। गोरतलब है की अपहरण की सूचना के बाद से दो दिन से पुलिस की 15 टीमें शहर भर में तलाशी अभियान चला रही थी, लेकिन बच्चे को सुरक्षित बरामद नही कर पाई। वही सनसनीखेज हत्याकांड मे घर के पास ही बच्चे का जला हुआ शव मिलने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहे है। मासूम बच्चे की हत्या की शुरुआती जांच मे हाथ लगे अहम सुरागो के आधार पर पुलिस ने पडोसियो को हिरासत मे ले लिया, जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को अब तक की पड़ताल में अहम सुराग मिले हैं। गिरफ्तार पड़ोसी का नाम मुकेश सोलंकी बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बच्चे की हत्या मामले में सुनीता सोलंकी, मुकेश और शुभम को संदेह के आधार पर हिरासत मे लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी बच्चे के घर के ठीक पड़ोस में रहते हैं। घटना के बाद प्रदेश के डीजीपी वीके सिंह भी बैरागढ़ के चीचली गांव पहुंचे। इससे पहले आईजी योगेश देशमुख के साथ ही भोपाल डीआईजी इरशाद वली मौके पर पहुंचे और उन्होन जांच से जुड़ी जानकारी ली, वहीं डॉग स्क्वॉड ने भी मौके पर पहुँच कर छानबीन की इस दोरान जिस घर में बच्चे की जली हुई लाश मिली थी, उस जगह को कवर कर दिया गया। मामले मे पुलिस अधिकारियों का कहना है की बताया कि बच्चे के हाथ पाव बंधे हुए थे। इस दोरान एक संदेही महिला को जब पुलिस ने गिरफ्तार करने की कोशिश की तो गुस्साये ग्रामीणो ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मौके पर लाठीचार्ज कर महिला को वहां से सुरक्षित निकाला। इस दौरान डीआईजी इरशाद वली के भी चोट लगने की सूचना है। इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। पुलिस के मुताबिक, कोलार के चीचली गांव से रहने वाले विपिन मीणा के लापता बेटे वरुण का शव घर से महज 70 फीट की दूरी पर एक बंद मकान में मिला। जिस मकान से शव बरामद हुआ वो काफी सालों से बंद था। यहां पर गद्दे से लपेटकर शव को जलाया गया। इस मकान के पीछे के हिस्से का दरवाजा पुलिस को खुला मिला। खबर लिखे जाने तक सुत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक सदेहियो ने पूछताछ मे पुलिस को बच्चे की हत्या का कारण पारिवारिक रंजिश बताया है। सुत्रो के अनुसार बीती 16 जून को महिला के घर चोरी हुई थी, ओर आरोपी महिला को शक था कि चोरी मृतक मासूम के परिवार वालो ने ही की है। इसी का बदला लेने के लिये महिला ओर उसके परिवार वालो ने वारदात को अंजाम दे दिया। सुत्रो के अनुसार तीनों संदेहियो ने टॉफी खिलाने के बच्चे को घर ले गए। वहां जहर देकर मार दिया। इसके बाद सोमवार को देर रात बच्चे के शव को पास के सूने पडे खंडहरनूमा मकान मे बिस्तर मे लपेट कर जला दिया। वही इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वही सनसनीखेज घटना मे स्थानीय लोग पुलिस की कार्यशैली से भी नाराज है। बच्चा दो दिन से लापता था। लेकिन, पुलिस ने घर के सामने के मकान की तलाशी नहीं ली। वही मासूम का शव मिलने से पहले मंगलवार सुबह जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी बच्चे के परिजनों से मुलाकात की थी। गौरतलब है कि ग्राम बैरागढ़ चिचली में रहने वाला विपिन मीणा विपिन मीणा किसान हैं। रविवार शाम करीब साढ़े 7 बजे उनका तीन साल का बेटा वरुण घर के बाहर खेल रहा था। तभी उसके दादा नारायण मीणा घर पहुंचे। वे वन विभाग में नाकेदार हैं। वरुण ने उनसे टॉफी दिलाने की जिद की तो वे 10 रुपए देकर घर में चले गए। काफी समय बीतने के बाद भी जब वरुण नहीं लौटा तो आसपास के लोगों ने परिजनों के साथ मिलकर बच्चे की तलाश शुरू की। नारायण सिंह ने कोलार पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने बच्चे के अपहरण का मामला दर्ज कर, शहर की नाकाबंदी कर दी थी। वही सनसनीखेज हत्याकांड को लेकर प्रदेश के सीएम कमलनाथ का कहना है, की भोपाल के बैरागढ़ चिचली इलाके से गायब मासूम बालक वरुण के प्रयासों के बावजूद सकुशल नहीं बच पाने की खबर बेहद दुखद, मन को द्रवित करने वाली। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। पीड़ित परिवार के साथ पूरी सरकार खड़ी है। आरोपियों को शीघ्र पकड़ने के निर्देश दिये गये है ओर किसी भी दोषी को बख़्शा नहीं जाएगा।