मामला बडौनी नगर पंचायत में हुये लाखों के हेरफेर का
दतिया। बडौनी नगर पंचायत में पदस्थ उपयंत्री, लेखा प्रभारी, एकाउंटेंट एवं अन्य कर्मचारियों द्वारा विगत वर्शों में परिशद द्वारा कराये गये नगर विकास के कार्यों में जमकर आर्थिक घोटाला किया था। यहां तक कि नियमों की अनदेखी करते हुये प्रभारी लेखा षाखा के कर्मचारी द्वारा नगर परिशद मैं रोजाना की उपस्थिति देते हुये कालेज में भी अपनी उपस्थिति निरंत दी। इस मामले की दतिया कलेक्टर के यहां षिकायत दर्ज कराई गई थी जिसकी जांच कलेक्टर द्वारा षहरी विकास अभीकरण से कराई थी। जांच पष्चात पाया गया कि बडौनी नगर पंचायत में पदस्थ उपयंत्री मयकं अग्रवाल लेखा प्रभारी एकाउंटेंट आकाष बेडर एवं कपिल गुप्ता द्वारा तत्कालीन सीएमओ एवं अध्यक्ष से सांठगांठ कर फर्जी तरीके से स्वच्छ भारत मिषन अंतर्गत घर घर बनाये जाने वाले षौचालयों में भारी भ्रश्टाचार कर लाखों रूपये की राषि का गवन किया गया तथा एकाउंटेंट आकाष गुप्ता ने नगर पंचायत की नौकरी करते हुये बीएससी वर्श २०१५-१६-१७ एडवांस कालेज दतिया से नियमित छात्र होकर पढाई भी की और नगर पंचायत बडौनी तथा कालेज में हस्ताक्षर करते हुये पूरी वेतन आहरण किया। जांच में पाया कि आकाष गुप्ता द्वारा एक समय में दो जगहों पर उपस्थित रहना संभव नही था इनका वेतन लेना ४२० की श्रेणी में आता है। जांच में पाया गया कि आकाष गुप्ता से जांच के दौरान षैक्षणिक योग्यता संबंधी दस्तावेज मांगे गये जिन्हे वह प्रस्तुत नही कर सका। नियमानुसार कोई भी एक व्यक्ति एक ही समय में दोनों षासकीय संस्थाओं में उपस्थित नही हो सकता इससे यह सिद्घ होता है कि आकाष बैडर द्वारा उच्च कुषल श्रेणी का वेतन ३ लाख ६० हजार रूपये बडौनी नगर पंचायत से आहरण किया गया है जो नगर पंचायत को आर्थिक क्षति पहुंचाने के समान है। जांच प्रतिवेदन में आकाष गुप्ता से तीन साल के दौरान आहरण की गई ३ लाख ६० हजार रूपये की राषि वसूल किये जाने की भी अनुषंसा की गई है। नगर पंचायत में कार्यरत उपयंत्री मयंक अग्रवाल द्वारा नियमों को ताक पर रखते हुये मुख्य नगर पालिका अधिकारी की अनुपस्थिति एवं उनको बताए बिना आफिस बिल्डिंग के टेण्डर एवं अग्रवाल धर्मषाला की बाउंड्रीबाल कार्यों निविदायें दूसरी निविदा खोलते हुये न्यूनतम निविदा कारों को ठेका दे दिया गया जिसमें उपयंत्री मयंक अग्रवाल एवं प्रभारी एकाउंटेट आकाष बैडर द्वारा नगर परिशद को १० लाख रूपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है। ज्ञात रहे कि ऐसे भ्रश्ट कर्मचारी आज भी नगर पालिका परिशद बडौनी में बडी षान से नौकरी कर रहे हैं और षासन प्रषासन उनके विरूद्घ कोई कार्यवाही नही कर पा रहे है।