जल जीवन है तो जल मौत का भी कारण है। साफ जल जीवनदायी होता है तो दूषित मौत का कारक बनता है। अफसरों की जरा सी लापरवाही से दूषित जल के कारण एक ही परिवार के दो चिराग हमेशा के लिए बुझ गए।
मंगलवार सुबह उत्तर क्षेत्र स्थित आनंदनगर निवासी प्रेमचंद्र सविता के पांच वर्षीय बेटे लकी और साढ़े तीन वर्षीय बेटी लक्ष्मी की मौत हो गई। दो दर्जन से अधिक बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। डीएम और मेयर समेत अन्य अफसर मौका मुआयना कर रहे हैं। प्रेम चंद सबिता ने बताया कि उनके दोनों बच्चे सोमवार को उल्टी दस्त से बीमार हुए थे। फीरोजाबाद से उन्हें आगरा रेफर कर दिया गया था। मंगलवार सुबह आगरा में दोनों बच्चों ने दम तोड़ दिया। डीएम चंद्र विजय ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर भर्ती कराए बच्चों की हालत देखने पहुंचे। परिवार में कोहराम मचा हुआ है।