मेडिकल अस्पताल में भर्ती एक मरीज की हालत में सुधार आने के बाद अचानक दम तोड़ जाने पर मौत के कारण जानने के लिए लाश का एक्सरे कराना ईएमओ और 10 डॉक्टरों को भारी पड़ गया। मामला जब प्रिंसिपल के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी डाक्टरों से जवाब तलब करते हुए नोटिस जारी कर दिया। अभी तक किसी भी डाक्टर ने जवाब नहीं दिया है। डाक्टरों को नोटिस जारी होने के बाद मेडिकल में खलबली मची है। मेडिकल के आला अधिकारी डाक्टरों का जवाब आने के बाद इस मामले में बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं।
जागृति विहार सेक्टर-सात में पिछले दिनों एक कार ने कोहराम मचा दिया था। कार चालक ने कार से कई लोगों को टक्कर मारी थी। रिक्शे पर गद्दे लेकर जा रहे रिक्शा चालक अख्तर (45) निवासी फतेउल्लापुर, लिसाड़ी गेट को रौंद दिया था। घायल अख्तर को मेडिकल इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान उसी दिन अख्तर की मौत हो गई थी। उपचार के दौरान अख्तर की हालत में सुधार आने लगा था, लेकिन अचानक उन्होंने दम तोड़ दिया। मौत का कारण जानने के लिए इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात सर्जरी और आथ्रो के जूनियर रेजीडेंट डाक्टर्स और ईएमओ ने बॉडी का एक्सरे करा दिया।
इस मामले के सामने आने पर सभी डाक्टरों को फटकार लगाई गई, जिस पर जूनियर डाक्टर ने मौखिक तौर पर मेडिकल के अधिकारियों को बताया कि अख्तर की हालत ठीक हो गई थी, लेकिन कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। मौत का कारण जानने के लिए जहां-जहां अख्तर को चोट लगी थी वहां का एक्सरे किया था।