भिण्ड । भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्षद्वय एवं प्रदेष कार्यसमिति के सदस्य अवधेष सिंह कुषवाह एडवोकेट, राजेन्द्र शर्मा राजे ने भिण्ड जिले की कानून व्यवस्था पर प्रदेष के मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार और पुलिस प्रषासन को घेरते हुए कहा कि जिले के हर तहसील, सूबे के ग्रामीण व शहरी अंचलों में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। व्यापारी, दुकानदार, किसान, भयभीत हैं। अपना हर रोज का कार्य नहीं कर पाते हैं। अपराधी खुलेआम सड़कों पर घूमकर घटना को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस के अधिकारी हाथ पर हाथ रखकर बैठकर ये हाल देख रहे हैं।
भाजपा पूर्व जिलाध्यक्षद्वय कुषवाह एवं शर्मा ने कहा कि अपराधियों द्वारा की जा रही घटनाओं से भयभीत होकर शहर के व्यापारी और दुकानदार अपने-अपने प्रतिष्ठानों को सूर्य अस्त होते ही बंद कर देते हैं। क्योंकि ये घटनाएं दिन-रात में निरंतर जारी रहती है। लहार से लेकर आलमपुर, मिहोना से लेकर मछण्ड, भिण्ड से लेकर गोहद, अटेर से लेकर बरोही तक अपराधिक घटनाओं ने इस जिले को झकझोर दिया है। अपहरण, हत्या की बारदातें भी कम नहीं हुई हैं।
भाजपा नेताद्वय ने कमलनाथ की कांग्रेस सरकार की कानून व्यवस्था पर कहा है कि कहीं न कहीं उनके मंत्री और विधायकों के संरक्षण में अपराधी सिर उठाए घूमकर जनता को भयभीत कर देते हैं। जंबूरी मैदान के खुले मंच से कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, शाम होते ही अपराधी हथियारों सहित सड़कों पर घूमने लगे। दोपहिया वाहन से लेकर भगवान भी सुरक्षित नहीं हैं। जिनकी चोरियां हो जाती हैं और सरकार कुंभकरणी नींद में सोई हुई है।
भाजपा नेताद्वय ने कहा कि अभी हाल ही में भोपाल के बल्लभ भवन में संपन्न हुई केबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार में शामिल मंत्री उनके काबू में नहीं हैं। दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंत्री अब आमने-सामने अपने ही सीएम की धज्जियां उड़ाने में जुटे हैं। मप्र भी अब इनके काबू में नहीं है। न सुरक्षा, न विकास, न बिजली, न पानी, न सड़क इन मूलभूत समस्याओं से मप्र तड़प रहा है और प्रदेष के जिला केन्द्रों के प्रभारी मंत्री भी अपने प्रषासन के काबू में नहीं है। जो प्रदेष की जनता का क्या भला करेंगे और क्या सुरक्षा कर पाएंगे। घटनाओं को अंजाम देने के लिए प्रदेष के पूर्व डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को हटाया गया था, उनके स्थान पर जिनको भी बैठाया गया। बे प्रदेष की बदहाल कानून व्यवस्था को रोकने में नाकाम साबित हुए। यह कांग्रेस सरकार जब से कमलनाथ सीएम बने हैं तब से अधिकारी और कर्मचारियों तबादलों में सिमिट कर रह गई है। पार्टी नेताओं ने कहा कि भिण्ड जिले को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान की जाए।