जौरा । शुक्रवार की दोपहर आंई आंधी ने ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर तबाही मचाई। तेज आंधी के कारण कई स्थानों पर पेड़ धराशाही हो गए वहीं कई जगह बिजली के खंभे एवं डीपीओ उखड़करर दूर जा गिरी। हालांकि इस कारण कहीं से भी किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। निकटवर्ती गांव गांव में आंधी के कारण विशाल बरगद का वृक्ष उखड़ कर मंदिर के ऊपर जा गिरा इस कारण उसके नीचे बैठे लगभग आधा सैकड़ा लोग एवं स्कूली बच्चे बाल बाल बच गए। इस कारण पुराने देवी मंदिर की दीवार पूरी तरह ध्वस्त हो गई। इसी प्रकार बिल गांव के स्कूल के पास तेज आंधी आने के कारण बिजली के तीन चार खंभे टूट गए एवं वहां लगी डीपी उखड़ कर सड़क पर जा गिरी।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर लगभग 2:00 बजे अचानक तेज आंधी के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई। आंधी इतनी तेज थी के इसके कारण सड़क किनारे एवं खेतों पर लगे कई पेड़ जड़ से उखड़ गए। इस दौरान सबसे बड़ी घटना बिलगांव में घटित हुई। गांव के प्राचीन देवी मंदिर के पास लगा लगभग 50 वर्ष पुराने बरगद का विशाल पेड़ जड़ सहित उखड़ गया। जानकारी के मुताबिक पेड़ के नीचे उस समय आंधी एवं पानी से बचने के लिए लगभग दो दर्जन स्कूली बच्चे एवं इतने ही ग्रामीण बैठे थे। आंधी के कारण पेड़ जैसे ही प्राचीन देवी मंदिर की दीवार पर गिरा वहां कोहराम मच गया पेड़ के नीचे बैठे ग्रामीण एवं स्कूली बच्चे चीख-पुकार करने लगे। सभी ने मंदिर के भीतर घुसकर अपनी जान बचाई।