एनआरसी केन्द्र मुरैना पर मेगा फोलोअप केम्प संपन्न
मुरैना । प्रदेश सरकार कुपोषण को मिटाने के लिये पूरी तरह से कटिबद्ध है इसे ध्यान में रखते हुये महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अधिकारी कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि जिले में एक भी बच्चा कुपोषित न रहे। इसके लिये अधिकारी एवं मैदानी अमला पूरी निष्ठा के साथ अपने-अपने क्षेत्र में कार्य करें। यह बात कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने एनआरसी केन्द्र मुरैना में मेगा फोलोअप केम्प में कही। एनआरसी में भर्ती होने के बाद चारों फोलोअप होने पर कार्यक्रम शुक्रवार को आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि बच्चों एवं उनकी माता को गिफ्ट तथा बच्चों को खिलाने के लिये पोषण आहार प्रदान किया जा रहा है इसे नियमित बच्चों को पिलायें जिससे बच्चा पुन: कुपोषण का शिकार न बने। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनोद गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ अशोक गुप्ता, सीडीपीओ डॉ मनीष गुप्ता सहित स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कलेक्टर श्रीमती प्रियंकादास ने कहा कि जो बच्चे 14 दिन एनआरसी में रहकर और चारों फोलोअप करा चुके हैं उन बच्चों को आज हम सम्मनित कर रहे हैं। जनवरी से अब तक एनआरसी केन्द्र में 68 बच्चों को रखकर कुपोषण मुक्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि एनआरसी में भर्ती होने के बाद बच्चा 80 प्रतिशत तो ठीक हो जाता है किंतु जब तक उसके चारों फोलोअप नहीं होंगे तब तक वह कुपोषण से ग्रसित रहता है । हमें चारों फोलोअप कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 68 में से आज 40 बच्चे उपस्थित हो चुके हैं शेष बच्चों को आंगनबाडी कार्यकर्ता ढूंढकर लायें उनके चारों फोलोअप जरूर करायें उन्होंने कहा कि बच्चे को केवल जन्म से 06 माह तक मां का पीला गाढा दूध पिलायें। 6 माह के बाद बच्चे को दलिया, दाल, खिचडी आदि पोष्टिक आहार खिलायें बच्चे की उम्र 5 वर्ष तक ही अच्छा विकास करती है। इस समय में हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत है तभी बच्चे का अच्छा शारीरिक विकास विकसित होता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि कुपोषित बच्चा दिखता है तो उसे एनआरसी जरूर भिजवायें और एनआरसी में शासन द्वारा सभी व्यवस्थायें कर ली गई हैं। जिले में एक भी बच्चा कुपोषण युक्त नहीं रहे।
सिविल सर्जन डॉ अशोक गुप्ता ने कहा कि कुपोषण बच्चों के लिये हानिकारक है इससे बच्चे के शरीर में अनेकों बीमारियां जन्म ले लेती हैं। कुपोषण शिशु मृत्यु दर में बहुत बडा कारण है। उन्होंने कहा कि आज एनआरसी में 22 बच्चे भर्ती हैं एनआरसी में कलेक्टर द्वारा एयर कंडीशनर लगवा दिये गये हैं। बच्चे और मां को 14 दिन रहने में सुकून मिलता है।
कार्यक्रम में सीडीपीओ पोरसा डॉ मनोज गुप्ता ने कहा कि अंबाह मुरैना एनआरसी में बेहतर व्यवस्था जिसमें एसी, पलंग, बच्चों के लिये खिलौने आदि का प्रबंध कलेक्टर मुरैना द्वारा विशेष पहल करके लगवाया है। इससे बच्चे एवं माताओं का रूझान एनआरसी में आने के लिये बढने लगा है। 157 बच्चे अभी तक एनआरसी में आ चुके हैं। कार्यक्रम का संचालन विजय यादव ने किया।