नई दिल्ली । एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन लोगों को डायबीटीज है, उन्हें हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा रहता है। भारत में करीब 6.99 करोड़ लोगों को डायबीटीज है और दुनिया में इस बीमारी से पीड़ित देशों में यह 10वें नंबर पर है। इसके अलावा 3.65 करोड़ लोग प्रीडायबीटिक कंडिशन से जूझ रहे हैं।एक्सपर्ट्स बताते हैं, ‘डायबीटीज से ब्लड वसेल्स डैमेज हो जाती हैं जिससे मरीज को कार्डियोवस्कुलर डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि डायबीटीज के मरीजों को दिल की बीमारी के खतरे को चेक करवाते रहना चाहिए और वैसे ही रूटीन चेकअप करवाते रहना चाहिए जैसे हार्ट अटैक के मरीज करवाते हैं।’ एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्टडीज से साबित हो चुका है कि डायबीटीज के मरीजों को छोटी उम्र में ही दिल की बीमारी का खतरा रहता है। वह बताते हैं, ‘एक नई स्टडी से यह भी खुलासा हुआ है कि जिन लोगों की डायबीटीज डिटेक्ट नहीं हो पाती उन्हें हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए रुटीन चेकअप से इस खतरे से बचा जा सकता है।’ इस स्थिति से बचने के लिए एक्सपर्ट्स नियमित हेल्थ चेकअप और लाइफस्टाइल में बदलाव लाने की सलाह देते हैं।