डीएम सर्वज्ञराम मिश्र के अनुसार अभी तक 15 लाख से ज्यादा लोग मेले में पहुंचने के साथ परिक्रमा लगा चुके है। हालांकि प्रशासन ने दंडवती परिक्रमा पर रोक लगाने के आदेश किये हुए हैं इसके बाद भी कुछ लोग दंडवती परिक्रमा कर रहे हैं। दंडवती परिक्रमा करनेवाले शुरुआत में कुछ दूर तक दंडवती कर फिर पैदल परिक्रमा लगा रहे हैं।
गिरिराज महाराज के जयकारे और मैं तौ गोवर्धन कू जाऊं मेरे वीर नांय मानै मेरौ मनुआ जैसे लोकगीतों के साथ गिरि परिक्रमा में श्रद्धालुओं की भीड़ शनिवार शाम से बढ़ने लगी है। सप्तकोसीय गिरि परिक्रमा में आस्था का समुद्र हिलोरें मार रहा है। लोग गिरिराज धरण की भूमि पर दंडवत कर अपने को धन्य कर रहे हैं।
प्रशासन भी अभी दंडवती परिक्रमा लगाने वालों को रोक नहीं रहा है। प्रशासन का मानना है कि रविवार से मेले में भीड़ बढ़ने के साथ ही दंडवती परिक्रमा अपने आप रुक जाएगी। देश के विभिन्न हिस्सों से आये श्रद्धालु धूप व चुभन भरे रास्ते की परवाह न करते हुए आस्था में डूबे हुए मेले में पहुंच रहे हैं।
गिरिराज तलहटी में पग-पग पर श्रद्धा और आस्था का सैलाब परवान चढ़ने लगा है। गर्मी और उमस के बावजूद श्रद्धालुओं का सैलाब शाम होते-होते काफी बढ़ गया। श्रद्धालु गोवर्धन पहुंचकर प्रमुख गिरिराज मंदिरों के दर्शन कर जयकारा लगाकर गिरिराज परिक्रमा कर रहे हैं। गोवर्धन के मंदिर प्रकाश से जगमगा रहे हैं।