एक ओर जहा सरकार दावा करती रहती है कि वह देश में बेहतर शिक्षा प्रदान करेगी। वहीं दूसरी ओर देश में 21 केंद्रीय विद्यालय ऐसे हैं जिनकी इमारतें असुरक्षित हैं। हालांकि, इनमें से कई आंशिक रूप से असुरक्षित है। इसके बाद भी वहां छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। एक ऑडिट में मानव संसाधन विकास मंत्रालय से कहा गया है कि वह निर्देश जारी करें कि इनमें स्कूल नहीं चलाया जाना चाहिए। महाराष्ट्र में 8 असम में 3 ऐसे केंद्रीय विद्यालय है जिनका निर्माण 1960 के दशक में किया गया था
ऐसे ही दो स्कूल उत्तर प्रदेश और गुजरात में हैं, और एक-एक त्रिपुरा, मेघालय, केरल, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और सिक्किम में हैं। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान और सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के माध्यम से 10 से अधिक पुराने स्कूल भवनों के संबंध में तकनीकी ऑडिट कराने के लिए कार्रवाई शुरू की थी।