मुरैना। चमकी बुखार (इंसेफ्लाटिस) से बच्चो को बचाने के लिए जन जागरूकता की ज्यादा आवश्यता है जिससे बीमारी के लक्षण की पहचान कर बच्चो का उपचार किया जा सकता है। बताया गया है कि अचानक तेज बुखार आना, हाथ-पैर में अकड आना, बच्चो का शरीर कांपना, शरीर में चकत्ता निकलना, शरीर में शुगर का कम होना इसके प्रारंभिक लक्षण है। जिसके बचाव हेतु बच्चो को धूप से दूर रखे,अधिक से अधिक पानी का सेवन कराएं, हल्का साधारण खाना खिलाये, खाली पेट लीची न खिलाये, रात में खाने के बाद मीठा खिलाये, घर के आस-पास पानी न जमा होने दें। रात में सोते समय मच्छदानी का इस्तेमाल करें। पूरे बदन में कपड़ा पहनायें सडें -गले फल न खिलाये, बच्चो के शरीर में पानी की कमी न होने दें। जानकारी के मुताबिक यह बीमारी 10 साल तक के बच्चो को अधिक प्रभावित करती है और इसके लक्षण दिखने पर तत्काल अस्पाताल पहुंचकर चिकित्सक से परामर्श एवं उपचार कराएं।