खुलने के पश्चात भी नदी क्षैत्रों में जारी रहा प्रचार
उज्जैन । शनि मंदिर से लगे नदी के क्षैत्र में जो कच्चा बांध बना हुआ है, उस पर प्रेशर बढ़ जाने से दुर्घटना की आशंका के चलते प्रभारी कलेक्टर और आयुक्त प्रतिभा पाल के निर्देषानुसार नदी क्षैत्र से निकट के रहवासियों और स्नानार्थियों को माईक द्वारा एलान करवाते हुए इस सम्बंध में सचेत किया गया कि नदी के निकट ना जाएं, पानी में ना उतरें ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना ना हो। घाट पर भी सुरक्षित स्थान पर ही रहें, क्योंकि डूबने की आशंका है। यह प्रचार शनिमंदिर के साथ ही रामघाट, मंगलनाथ, भूखी माता इत्यादि क्षैत्रों में भी कराया तथा सूचना बोर्ड लेक्स लगवाए गए।
उल्लेखनीय होगा कि इंदौर क्षेत्र में हुई वर्षा के फलस्वरुप खान नदी में अचानक हुई जलस्तर वृद्धि के कारण जल संसाधन विभाग के राघव पिपलिया स्थित बैराज से खान नदी का पानी ओवरलो होकर त्रिवेणी की ओर आ रहा है, जिससे त्रिवेणी बैराज के जलस्तर में आकस्मिक रूप से वृद्धि हुई है। वर्तमान में त्रिवेणी बैराज का जलस्तर 14 फीट से नीचे बना हुआ है जबकि त्रिवेणी बैरेज की कुल हाइट 16 फीट है। आकस्मिक वृद्धि शनै: शनै: कम हो रही है। जल स्तर पर सतत निगाह रखी जा रही है साथ ही प्रभावित हो सकने वाले घाटों पर विभागीय वाहन के माध्यम से मुनादी कराई जा रही है। कार्यपालन यंत्री धर्म़ेंद्र वर्मा द्वारा स्वयं बैराज का निरीक्षण किया गया है।
आयुक्त प्रतिभा पाल के आदेशानुसार शनि मन्दिर क्षैत्र, त्रिवेणी, रामघाट, गउघाट, भूखी माता इत्यादि क्षैत्रों में सुरक्षा एवं कार्य व्यवस्था की दृष्टि से जलस्तर पर निगरानी रखने हेतु विभिन्न कर्मचारियों को तैनात किया गया है।