लंदन । टीम इंडिया को अब सेमीफाइनल से पहले अपने बचे हुए चार मैचों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। अफगानिस्तान जैसी सबसे कमजोर टीम के खिलाफ जिस प्रकार भारतीय बल्लेबाज असफल रहे उससे टीम को सबक लेना चाहिये। अफगानिस्तान के खिलाफ शीर्ष और मध्य क्रम के बल्लेबाज संघर्ष करने नजर आये। यहां तक कि भारतीय बल्लेबाज स्पिन को भी नहीं खेल पाये। टीम इंडिया के लिए यह आंखें खोल देने वाला मुकाबला था। भारतीय टीम गेंदबाजी के जरिये जीत दर्ज करने में सफल रही हो पर उसे अगले मैच में इन गलतियों को नहीं दोहराना होगा। जब-जब भारतीय टीम को अच्ची शुरुआत नहीं मिली है, उसका मध्यक्रम भी दबाव में बिखर गया। अफगानिस्तान के खिलाफ मध्यक्रम के पास खुद को साबित करने का बेहतरीन अवसर था पर उसने निराश किया और बेहद ही धीमी बल्लेबाजी की। वहीं टीम के बैटिंग ऑर्डर को देखें तो अब तक नंबर चार की जगह पर कोई बल्लेबाज अभी तक बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाया है। विजय शंकर बेशक इस स्थान के लिए सबसे अच्छे उपलब्ध विकल्प हैं लेकिन विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में वह उम्मीद के अनुसार नहीं खेल पा रहे हैं। वहीं शिखर धवन के बाहर होने के बाद उनकी जगह बल्लेबाजी करने आये लोकेश राहुल भी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे। ऐसे में अगर वह एक और मैच में रन नहीं बना पाते तो उनकी जगह दिनेश कार्तिक को उतारना चाहिये। टूर्नामेंट में बेंच स्ट्रेंथ को मौका देने के लिए चार मैच अभी हैं, क्योंकि इसके बाद नॉकआउट मुकाबले शुरू हो जाएंगे। उसके बाद फिर खतरा मौल नहीं लिया जा सकता। तब तक टीम इंडिया को तय कर लेना होगा कि अंतिम ग्यारह में कौन से खिलाड़ी रहेंगे।