मरीजों को डाक्टरों ने दी है सलाह
नई दिल्ली । डॉक्टरों की मानें तो आहार में नमक ज्यादा लेने से रक्तचाप पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है और समय के साथ यह कार्डियोवस्क्युलर यानी दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है। आहार में नमक को सीमित करने से हृदय रोग में 25 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है और दिल की जटिलताओं से मरने का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है। भारतीय आहार सोडियम से भरपूर होता है और नमक की अधिक खपत गैर-संक्रमणीय बीमारियों के लिए सबसे बड़ा योगदान कारक है। समय के साथ अत्यधिक नमक किडनी को नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा नमक रक्तचाप बढ़ाता है। उच्च रक्तचाप धमनियों को कठोर कर सकता है, जिससे रक्त और ऑक्सिजन के प्रवाह में कमी आती है। इससे चेहरे में ऑक्सिजन के प्रवाह में कमी आती है और त्वचा सूखने के अलावा तेजी से झुर्रियां भी पड़ सकती हैं।दिल की बीमारियों से बचना हो और रक्तचाप को नियंत्रित रखना हो तो खाने में जहां भी संभव हो, सफेद नमक की जगह काले नमक का प्रयोग करें।
आयुर्वेद के अनुसार काला नमक अपनी डाइट में शामिल करने से शरीर की कई बीमारियां दूर हो जाती हैं। यह कलेस्ट्रॉल, हाई बीपी, डिप्रेशन और पेट की तमाम बीमारियों में राहत देता है क्योंकि इसमें 80 तरह के खनिज शामिल हैं। सलाद में नमक न डालें। खाने की मेज पर रखे खाद्य पदार्थों में ऊपर से नमक न डालें। इसके लिए जरूरी है कि आप डाइनिंग टेबल पर सॉल्ट जार न रखें। दालों और पकाई हुई सब्जियों को छोड़कर बाकी किसी भी भोजन में ऊपर से नमक न डालें। अपने आहार में नमक के स्रोतों का हिसाब लगाएं। खरीददारी करते समय लेबल पढ़ें। अच्छा तो यह होगा कि प्रोसेस्ड और डिब्बाबंद फूड कम ही खाएं क्योंकि इनमें नमक बहुत अधिक होता है। भारतीय आहार में पारंपरिक रूप से उपयोग किए जाने वाले अचार, पापड़, चटनी में बहुत अधिक नमक होता है। अधिकांश सॉस में बहुत अधिक नमक होता है। तीन महीने तक कम नमक वाली डायट लेने से आपको इसकी आदत पड़ जाएगी और सेहत में फर्क महसूस होगा। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया की ओर से करवायी गई स्टडी में खुलासा हुआ है कि वयस्क भारतीयों में डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित मात्रा से ज्यादा नमक खाने की आदत है। स्टडी में पाया गया कि दिल्ली और हरियाणा में नमक का सेवन प्रतिदिन 9.5 ग्राम और आंध्र प्रदेश में प्रतिदिन 10.4 ग्राम था जबकि डब्ल्यूएचओ की सिफारिश है कि एक वयस्क को एक दिन में 5 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।