बेंगलुरु। कर्नाटक में 13 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायकों ने शनिवार को स्पीकर रमेश कुमार के दफ्तर पहुंचकर इस्तीफा सौंप दिया। स्पीकर अपने दफ्तर में नहीं थे, लेकिन उन्होंने बाद में 11 विधायकों के इस्तीफे मिलने की पुष्टि की। अगर स्पीकर रमेश कुमार विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करते हैं, तो कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी रविवार को अमेरिका दौरे से लौट आएंगे। भाजपा के राज्य में सरकार बनाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि राज्यपाल फैसला लेने का सर्वोच्च अधिकार रखते हैं। संवैधानिक मत के तहत अगर वे हमें बुलाते हैं, तो हम सरकार बनाने के लिए बिल्कुल तैयार हैं। हम सबसे बड़ी पार्टी हैं। हमारे साथ 105 विधायक हैं। अगर भाजपा की सरकार बनती है तो येदियुरप्पा मुख्यमंत्री होंगे।
इस्तीफा सौंपने के बाद राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे विधायक
उमेश कामतल्ली, बीसी पाटिल, रमेश जारकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एच विश्वनाथ, गोपालैया, बी बस्वराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्ना, एसटी सोमाशेखरा, प्रताप गौड़ा पाटिल इस्तीफा सौंपने के बाद राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। जेडीएस विधायक एच विश्वनाथ ने कहा, अब तक 14 विधायक सरकार से इस्तीफा दे चुके हैं। हम राज्यपाल से भी मिले हैं। हमने स्पीकर को इस्तीफा स्वीकार करने को लिखा है। उन्होंने इस पर मंगलवार तक फैसला लेने के लिए कहा है। गठबंधन सरकार कर्नाटक के लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।