कमिश्नर ने बच्चों को पढ़ाया भी और उनकी पढ़ाई की दक्षता भी मालूम की
मौके पर ही कक्षा 10 छोड़ चुके राम का स्कूल में बैठने की अनुमति दी
मुरैना । चम्बल संभाग की कमिश्नर श्रीमती रेनू तिवारी ने शुक्रवार को शासकीय प्राथमिक विद्यालय हाईस्कूल खनेता और हाईस्कूल निटहरा का निरीक्षण किया। उन्होनें मौके पर कक्षा 5, कक्षा 2 और कक्षा 10 के छात्र,छात्राओं को पढ़ाया भी और उनकी पढ़ाई की दक्षता को भी मालूम किया। उन्होनें खनेता गांव के राम जो कक्षा 10वीं में दो बार फैल हो जाने से स्कूल छोड़ चुका है, को पुन: स्कूल में प्रवेश दिलाने अथवा कक्षा 10वीं की तैयारी कराने के निर्देश शिक्षकों को दिये। उन्होनें शिक्षकों से कहा कि राम की पढ़ाई के लिये हर संभव मदद की जाये, और कोशिश यह की जाये कि यह कक्षा 10वी उत्तीर्ण हो जाये। उन्होनें गावों वालों की शिकायत पर शिक्षकों को कड़ी हिदायत दी कि वे स्कूल नियमित आयें। किसी भी स्थिति में अनुपस्थित नहीं रहें। उन्होनें गांव वालों से कहा कि अगर शिक्षक नहीं आते है, तो वे सीधे कमिश्नर ऑफिस को सूचित करें।
कमिश्नर श्रीमती तिवारी ने प्रा. विद्यालय खनेता के कक्षा 2 के छात्र,छात्राओं से 2 का पहाड़ा सुना। उन्होनें बच्चों को देशभक्ति के गीत, कवितायें सुनाई। मौके पर कमिश्नर ने कक्षा 2 के शिक्षक को हिदायत दी कि वे बच्चों का सामान्य ज्ञान के साथ-साथ 5 देशभक्ति के गीत, 5 कतिवायें और 5 तक पहाड़े हमेशा याद रहना चाहिये। उन्होनें कक्षा 5 के बच्चों को हिन्दी किताव का ’बुद्धि का फल’ पाठ को पढ़ाया। उन्होनें बच्चों से सामान्य ज्ञान की साधारण जानकारी भी पूछी, लेकिन बच्चे नहीं बता पाये। इस पर कमिश्नर ने शिक्षक को बच्चों का जनरल नॉलेज बढ़ाने के साथ-साथ बेहतर से बेहतर शिक्षा देने पर जोर दिया। उन्होनें बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिये दौड़ने, व्यायाम करने जैसी विधाओं को भी बच्चों के बीच शेयर किया। उन्होनें हाईस्कूल की कक्षा 9वीं की छात्राओं को विशेष तौर पर अंग्रेजी पढ़ने और बोलने पर जोर दिया। उन्होनें अंग्रेजी सीखने के गुण बताते हुये कहा कि वे रोज देश के बारे में, अपने पिता के बारे में, अपने बारे में 5-5, 10-10 लाईनें अंग्रेजी में डेली लिखें। अंग्रेजी की डिक्सनरी का नियमित अध्ययन करें। उन्होनें शिक्षकों को यह भी निर्देश दिये कि वे छात्र,छात्राओं को पूरी सुरक्षा के साथ घड़ियाल केन्द्र का अवलोकन कराये। देश-विदेश की जानकारियों के साथ-साथ स्पोर्ट एवं देश प्रदेश की जानकारी देने पर जोर दिया। उन्होनें कहा कि छात्र,छात्राओं को उन्हें उज्जवल भविष्य की ऊंचाईयों तक ले जाने की बात करें, उन्हें सपने दिखायें, आपके द्वारा दिखाये गये सपनों को ही वे सत्कार कर सकते है। कमिश्नर ने शासकीय माध्यमिक विद्यालय खनेता में कक्षा 8 की छात्राओं को भी पढ़ाया और उन्हें खूब पढ़ने, लिखने, सामान्य ज्ञान की जानकारियां रखने पर जोर दिया। कमिश्नर निटहरा हाईस्कूल में पहुंचकर कक्षा 10वीं की छात्राओं से उनकी पढ़ाई की दक्षता से रूबरू हुई।
स्कूलों में वृक्षारोपण किया
कमिश्नर श्रीमती तिवारी ने शासकीय प्राथमिक एवं हाईस्कूल खनेता के परिसर में आंवला का पौधरोपण किया। उन्होनें मौके पर आंगनवाड़ी केन्द्र का भी निरीक्षण किया। मौके पर कमिश्नर ने लड़की शायना खांन जिसका स्कूल में प्रवेश नहीं हुआ है। उसे कक्षा 3 में प्रवेश दिलाने के निर्देश बी.एल.ओ को दिये। कमिश्नर ने रोपे गये पौधे की सुरक्षा एवं संरक्षण की जिम्मेदारी स्कूल की शिक्षका श्रीमती बृजमनी भगत को सौंपी।
कमिश्नर ने निटहरा हाईस्कूल परिसर में भी गांव के बुजुर्ग श्री राजेन्द्र सिंह चौधरी के सहयोग से आंवला का पौधरोपण कर पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी स्कूल के प्राचार्य को सौंपी। कमिश्नर ने मौके पर उपस्थित जन समुदाय से अपने खेत खलियान, मेढ़ तथा खाली जगह पर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने पर जोर दिया। उन्होनें सभी से अनुरोध किया कि वे पर्यावरण के सन्तुलन को बनाये रखने के लिये एक-एक व्यक्ति एक-एक पौधा रोपकर उसकी रक्षा की जिम्मेदारी उठाये।
मौके पर शिवशंकर कॉलेज के संचालक ने कॉलेज परिसर में कमिश्नर के आतिथ्य में 100 पौधे लगाने का आश्वासन दिया। कमिश्नर ने 100 पौधे में 25 पौधे अमलतास के लगाने, शेष पौधे गुलमोहर, ईमली, आंवला, नीम, पीपल लगाने की बात कही। उन्होनें ग्रामीणों से कहा कि वे अपने स्वर्गीय माता-पिता, अपने बुजुर्गो की स्मृति में भी पौध रोपण करके उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी निभायें।
चम्बल कमिश्नर श्रीमती रेनू तिवारी ने शासकीय माध्यमिक शाला खनेता में सरपंच श्रीमती सुनीता यादव के साथ आंवला का पौधरोपण कर पौधे की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल के टीचरों को दी। उन्होनें मौके पर मॉडल किचिन का भी निरीक्षण किया, खाना पकाने वाली महिलाओं को लग रहा चुल्हे के धूंआ पर आपत्ति उठाते हुये एसडीएम एवं एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती चतुर्वेदी को आंगनवाड़ी में धूंआ से बचाव के लिये गैस सिलेण्डर चूल्हा एवं दो-दो कुकर रखवाने के निर्देश दिये।