सूखा मानसून : मध्यप्रदेश में मानसून ने दिया दगा, 18 जिलों में बारिश का अनुमान
भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून सूखा गुजर रहा है। एक हफ्ते से राजधानी भोपाल में पानी नहीं गिरा है। पिछले 24 घन्टों के दौरान प्रदेश के जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूदाबांदी हुई। जबकि शेष संभाग सूखे रहे और तापमान में बढ़त दर्ज की गई। अधिकांश जिले बारिश को तरस रहे हैं। अगले 3-4 दिनों के दौरान मानसून प्रवाह दक्षिण और मध्य अरब सागर में और मजबूत होने की संभावना है। इससे मध्यप्रदेश में बारिश की संभावना है। महाकौशल संभाग के अधिकांश जिलों में फसलें सूखने की कगार पर हैं।
छिंदवाड़ा में अत्याधिक कम बारिश
मध्यप्रदेश के कई जिले भीषण सूखा से गुजर रहे हैं। 24 घंटों के दौरान पूर्वी बालाघाट मेंं बूंदा-बांदी हुई। छिंदवाड़ा जिले में अत्यधिक कम वर्षा की स्थिति है। पन्ना जिला भी सामान्य से कम वर्षा की स्थिति में आ गया है।
बालाघाट-सिवनी में सामान्य से कम
गुना, विदिशा, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, एवं सीधी जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है।
आगे क्या?
आगामी 24 घंटों दौरान पश्चिमी मध्य भिण्ड, ग्वालियर, दतिया एवं पूर्वी मध्य प्रदेश(निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना सागर, दमोह सतना, रीवा, सिंगरौली, कटनी, जबलपुर, शहडोल, सीधी, उमरिया , अनूपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, मंडला, सिवनी एवं बालाघाट, जिलों में में कहीं कहीं हल्की वर्षा की संभावना है. प्रदेश के शेष जिलों में मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की संभावना है। अगले 2-3 दिनों में संभवत: 17 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने की संभावना है। उसके ओडिशा और छत्तीसगढ़ होते हुए मध्यप्रदेश तक पहुंचने में 3 दिन और लग सकते हैं। तब प्रदेश में अच्छी वर्षा होगी।