भोपाल । शहर में जहां देखो, वहां रेत के अवैध ढेर लगे हैं। राजधानी के होशंगाबाद रोड, कोलार, लालघाटी और अयोध्या बायपास, 11 मील सहित अन्य स्थानों पर बड़े पैमाने पर ठेकेदारों ने रेत का स्टॉक कर लिया है। इनमें कुछ ने सड़क के किनारे तो कुछ ने रेत में रेत का पहाड़ ाड़ा कर लिया है। जबकि शहर में रेत का स्टॉक करने की अनुमति खनिज विभाग ने मात्र सात को ही दी है। ऐसे में साफ है कि इसके अलावा जहां भी रेत के ढेर लगे हैं, वो साी अवैध हैं। इस बात को खुद खनिज विभाग के अफसर मान रहे हैं। इधर, जिन सात लोगों को राजधानी में रेत का स्टॉक करने की अनुमति दी गई है। उनके पास भी जारी अनुमति से अधिक रेत का स्टॉक मिला है। विभाग ने इस संबंध में रेत ठेकेदारों को नोटिस जारी किया है। संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर इनके भी लायसेंस निरस्त किए जा सकते हैं। अफसरों का कहना है कि जांच की जा रही है, रेत के अवैध स्टॉक करने पर दस गुना जुर्माना संबंधित ठेकेदार पर किया जाएगा। गौरतलब है कि शहर में 50 से अधिक स्थानों पर अवैध रूप से रेत जमा की गई है। यहां रात के अंधेरे में रेत उतारी जाती है और फिर मनमाने दामों पर इसे बेचा जाता है। इसकी शिकायत कलेटर के पास पहुंची थी। जिसके बाद शहर में अवैध स्टॉक की जांच शुरू की गई है।
लालघाटी में भी अवैध ढेर
कोलार, अयोध्या बायपास, लालघाटी, रायसेन रोड सहित कुछ अन्य जगहों पर भी रेत के अवैध ढेर लगने लगे हैं। बाकायदा सुबह 4 से 5 के बीच में डंपर यहां रेत उतारते हैं। सुबह 8 बजे तक रेत बेच दी जाती है। इन छोटे-छोटे अवैध सेंटरों पर रोजना दो से चार डंपर रेत के सौदे हो रहे हैं। 11 मील स्थित सहारा एस्टेट के मुख्य द्वार को भी पूरी तरह डंपरों ने कवर रखा है। अशोका गार्डन क्षेत्र में पुष्पा नगर के पास भी रात में रेत स्टॉक किया जा रहा है।