भोपाल। जैन समाज के सर्वश्रेष्ठ साधक, आचार्य श्री विद्यासागर जी के त्याग, तपस्या, साधना के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे देश में “सयंम कीर्ति स्तम्भ” जैन समाज, सामाजिक संस्थाओं, नेताओ औऱ नगरीय निकायों द्वारा स्थापित किये गये थे, जिनमे एक कीर्ति स्तम्भ जबलपुर शहर की श्याम टाकीज के पास, सिविक सेंटर पर बनाया गया था। जिसे 17 जुलाई को रात्रि 09 बजे नगर निगम के दो वरिष्ठ अधिकारियों के इशारे पर तोड़ दिया गया। जिससे पूरे देश में जैन समाज मध्य प्रदेश सरकार के रवैये की आलोचना हो रही हैं। डॉ. अरबिंद जैन ने कहा सिविक सेंटर में श्री दिगमबर जैन पंचायत सभा द्वारा आचार्य विद्यासागर के ५० वे दीक्षा वर्ष के उपलक्ष्य में कीर्ति स्तम्भ निर्माण के लिए नगर निगम से २९ दिसम्बर २०१७ को अनुमति मांगी थी, जिस पर नगर निगम प्रशासन ने ६ अप्रैल २०१८ में सदन के संकल्प क्रमांक २४४ के द्वारा सिविक सेण्टर एवं शांतिनगर तालाब के किनारे ८ बाय १० वर्गफुट भूखंड पर कीर्ति स्तम्भ निर्माण की स्वीकृति प्रदान की थी, स्वीकृति मिलने पर कीर्ति स्तम्भ का निर्माण कार्य शुरू किया गया .बुधवार को बिना बताये नगर निगम प्रशासन ने कीर्ति स्तम्भ गिरा दिया ,जब नगर निगम प्रशासन ने निर्माण की स्वीकृति दी थी तो किस आधार पर उसको तोड़ा गया, जैन समाज के पदाधिकारी जिला मजिस्ट्रेट से मिलकर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।
जिला मजिस्ट्रेट भरत सिंह यादव जी का कहना हैं कि हमारे द्वारा ऐसी किसी भी कार्यवाही की अनुमति नहीं ली गई थी। इससे जबलपुर के साथ सम्पूर्ण देश की जैन समाज के आक्रोश है। कमलनाथ सरकार के खिलाफ ज्ञापन, धरना प्रदर्शन जारी है।