व्यापार-उद्योग में आयकर विभाग ३० प्रतिशत का भागीदार : ए.के. खण्डेलवाल
प्रधान आयकर आयुक्त एवं आयकर आयुक्त, अपील के सानिध्य में ‘‘आयकर एवं उसकी आवश्यकता’’ विषय पर चर्चा चेम्बर भवन में आयोजित
ग्वालियर। ‘‘आयकर और उसकी आवश्यकता’’ विषय पर चर्चा का आयोजन आज १९ जुलाई, को सुबह ११.४५ बजे से डी.पी. मण्डेलिया सभागार, चेम्बर भवन में किया गया| कार्यक्रम में मोहनीश वर्मा , प्रधान आयकर आयुक्त, ग्वालियर प्रभार एवं आयकर आयुक्त अपील, ए.के. खण्डेलवाल, उपायुक्त- विक्रम पगारिया, आयकर अधिकारी- राजेश कटारे, एम.के. वर्मा, पी.एस. सागर एवं अमित कुमार बरनवाल सहित काफी संख्या में कार्यकारिणी समिति सदस्य तथा चेम्बर सदस्य उपस्थित थे|
कार्यक्रम के प्रारंभ में चेम्बर पदाधिकारियों द्बारा बुके देकर अतिथियों का स्वागत किया| अतिथियों के सम्मान में स्वागत उद्बोधन चेम्बर अध्यक्ष विजय गोयल द्बारा दिया गया| इस अवसर पर आपने कहा कि देश के विकास के लिए आयकर आवश्यक है| बजट में सरकार द्बारा सुपर रिच टैक्स के प्रतिशत को बढाया है, जो कि उचित भी है क्योंकि जो दे सकता है, उससे टैक्स लिया जाना चाहिए| आज की चर्चा से आयकर विभाग और व्यापारियों एवं उद्योगपतियों के बीच नये रिश्ते का आगाज होगा, ऐसी मैं आशा करता हूं|
चर्चा से पूर्व आयकर उपायुक्त- विक्रम पगारिया द्बारा पॉवर पॉइन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से आयकर विभाग की कार्य पद्घति, आयकर विभाग का विजन, ई-फाइलिंग, ई-निवारण, आयकर सेतु, आयकर संग्रहण अभियान आदि के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई|
आयकर आयुक्त, अपील- ए.के. खण्डेलवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आयकर क्यों और किसलिए एवं किन पर लगाया जाता है| यह बात प्रेजेन्टेशन के माध्यम से क्लियर हो गई है| व्यापार-उद्योग और आयकर विभाग एक पार्टनर की तरह हैं| आपने कहा कि हम आपके लाभांश में से ३०% कर लेते हैं, इस प्रकार हम आपके साथ ३०% के पार्टनर हैं| यह एक प्रकार से पार्टनरशिप ही है| आपने कहा कि डिजिटलाइजेशन के चलते कर संग्रहण करना आसाना हुआ है और ई-फाइलिंग जैसे माध्यम से करदाता अब कहीं से भी अपना रिटर्न दाखिल कर सकता है| डिजिटिलाइजेशन से कर चोरी में कमी आई है और कर संग्रहण बढा है| आपने कहा कि व्यापारियों एवं उद्योगपतियों को ईमानदारी के साथ अपना रिटर्न दाखिल करना चाहिए इससे न केवल देश के विकास में आप अपने योगदान को बढाएंगे बल्कि स्वयं भी सर्वे और सर्च जैसी कार्यवाहियों के तनाव से मुक्त रह सकेंगे| होनेस्ट टैक्स पेयर होना घाटे का सौदा नहीं है क्योंकि सरकार से आपको कई फायदे इसके एवज में प्राप्त होते हैं| आपने चेम्बर से भी इस पर जागरूकता फैलाने का आव्हान किया| आपने कहा कि करदाता को अपने रिटर्न की जानकारी रखनी चाहिए, रिटर्न की कॉपी सी.ए. के साथ ही अपने पास रखें तथा आईडी व पासवर्ड की जानकारी भी रखें| आपने कहा कि आप स्वयं तो रिटर्न दाखिल करें ही साथ ही, आपके यहां पदस्थ स्टाफ भी यदि करदाता की श्रेणी में आता हो तो उसे भी रिटर्न दाखिल करने के लिए प्रेरित करें|
प्रधान आयकर आयुक्त, ग्वालियर प्रभार- मोहनीश वर्मा ने कहा कि चेम्बर को धन्यवाद देते हैं कि आज आपने व्यापारियों एवं उद्योगपतियों से संवाद का अवसर दिया| आपने कहा कि पारदर्शिता से करदाता को विश्वास मिल सकता है और आपका विश्वास तब तक नहीं बढेगा जब तक आप अपनी सम्पूर्ण आय का ब्यौरा विभाग के साथ साझा नहीं करेंगे| हमारा यही प्रयास है कि करदाता से संवाद स्थापित किया जाए ताकि करदाता विभाग से डरे नहीं, बल्कि वह अपनी जिज्ञासाओं का समाधान हमसे मिलकर करे एवं अपनी निवेश संबंधी (व्हाइट एवं ब्लैक) जानकारी हमसे शेयर करे| विभाग के साथ इस प्रकार के रिश्ते से न केवल कर संग्रहण बढेगा बल्कि आप भी तनावमुक्त होकर अपना कारोबार कर सकेंगे| संवाद स्थापित करने के लिए विभाग द्बारा वृक्षारोपण, रक्तदान जैसे कार्य भी किए जा रहे हैं ताकि करदाता और विभाग के बीच की दूरी खत्म हो सके| हमें खुशी होगी कि नियमों के तहत हम करदाता की मदद कर सकें| देश की प्रगति के लिए कर की राशि के रूप में छोटा अंशदान भी बहुत जरूरी है, इससे अंशदाता को भी यह एहसास होगा कि वह देश के विकास के लिए अपना योगदान दे रहा है| आयकर विभाग का काम करदाता को डराना नहीं बल्कि जागरूक करना है| करदाता को पीड़ित करने की सोच अब विभाग में नहीं रही है| आप पारदर्शिता व ईमानदारी से आयकर का भुगतान करें और चैन की नींद लें| हम आशा करते हैं कि व्यापार-उद्योग उन्नति करे ताकि हमारा कर संग्रहण भी बढ सके|