पत्रकारिता की आड़ में शातिर बदमाश मनोज कश्यप पर पुलिस ने कसा शिकंजा मड़ियाव इंदिरा नगर सहित लूट रंगदारी की धाराओं में मुकदमा दर्ज–J
राज जायसवाल
लखनऊ-
सूबे की राजधानी लखनऊ में कुछ कथित पत्रकारों ने निष्पक्ष पत्रकारिता व वास्तविक पत्रकारों के नाम पर बदनुमा धब्बा लगवाना शुरू कर दिया है, जिसके कारण स्वच्छ छवि के पत्रकारों को भी जनता एवं प्रशासन ओछी नज़रो से देखने लगे है। बताते चलें कि अवध नगरी में इस समय फ़र्ज़ी पत्रकारों की बाढ़ सी आई हुई है नए-नए पत्रकारिता से जुड़े युवकों ने यातायात चौराहों चौकी-थाने को अपना घर बना लिया है और हर समय वहां पड़े व खड़े रहते हैं देखने को मिला है कि पुलिस भी ऐसे लोगों की चापलूसी करने मे पीछे नही हटते ताकि उन फट्टेबाजो के द्वारा बनाई गई वीडियो क्लिप्स उनकी करतूते मोबाइल व्हाट्सएप्प के जरिए आला अधिकारियों के समक्ष न जाये ।
जनपद लखनऊ में भी इन दिनों फर्जी पत्रकारों का पूरी तरह से बोलबाला है चायवाला , पान वाला , ठेलेवाला , टेंपो वाला , मेडिकल वाला सबके सब पत्रकार बन गए है ।
बगैर किसी प्रकार की कानून की जानकारी व अपने पद की जानकारी तक ना रखने वालों को भी कुछ ऐसे संस्थान हैं जिन्होंने महज धन के लालच में अपने समाचार पत्रों व फर्जी रूप से संचालित हो रहे हैं पोर्टल का आई कार्ड बनाकर उन्हें समाज में पत्रकारिता को बदनाम करने के लिए खुलेआम छोड़ दिया है ।
फर्जी पत्रकारों का जिक्र हो और ऐसे में लखनऊ के चौथ वसूली में उस्ताद मनोज कश्यप का नाम छूट जाए यह तो मुमकिन ही नहीं है ,
मनोज कश्यप नामक अंगूठा छाप टेंपो ड्राइवर इन दिनों ट्रांस गोमती में अवैध वसूली का बादशाह बनकर लगातार टेंपो वालों ठेले वालों खोमचे वालों यातायात पुलिसकर्मियों सिविल पुलिस कर्मियों व क्राइम ब्रांच के कुछ पुलिसकर्मियों से भी चौथ वसूली में में भी महारथ हासिल कर रखा है ।
यूट्यूब पर देशी प्रेम न्यूज़ चैनल नामक एक फर्जी न्यूज़ पोर्टल बनाकर यातायात पुलिसकर्मियों की फर्जी वीडियो बनाकर लखनऊ पुलिस की फर्जी वीडियो बनाकर व स्थानीय ठेले खोमचे वालों एवं टेंपो ड्राइवरो एवं टैक्सी वालों से खुद को लखनऊ का सबसे बड़ा पत्रकार बता कर अवैध वसूली में महारत हासिल करने वाले मनोज कश्यप के खिलाफ जनपद लखनऊ के अलग-अलग थानों में आधा दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं में मामले पंजीकृत है ।
मनोज कश्यप नामक टेंपो ड्राइवर फर्जी पत्रकारों का एक गैंग बनाकर ट्रांस गोमती क्षेत्र में अवैध वसूली करता है तथा जो पुलिसकर्मी उसे अवैध वसूली से मना करता है उसके खिलाफ स्वयं यूट्यूब पर फर्जी वीडियो बनाकर उसको अपमानित करने के लिए अपलोड कर देता है । पिछले काफी समय से लगातार इसी तरह की शिकायतें टेंपो ड्राइवर मनोज कश्यप खिलाफ पुलिस को मिल रही थी , इसी क्रम में करीब 4 माह पूर्व मनोज कश्यप ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक पत्रकार के साथ लूटपाट की घटना को कारित किया था जिसके बाद घटनास्थल पर मौजूद भीड़ ने टेंपो ड्राइवर मनोज को मौके से पकड़ कर मड़ियांव पुलिस थाने लेकर गई थी जहां पुलिस ने मनोज कश्यप व उसके दो साथियों के खिलाफ लूटपाट की घटनाओं में मामला पंजीकृत कर उसे जेल भेज दिया था ।
वही मनोज कश्यप के जेल जाते ही मनोज कश्यप के अन्य साथी जो इसकी कमाई खाते थे उनकी दुकानें बंद हो गई जिस पर इसी की तरह के कुछ फर्जी पत्रकारो ने मनोज कश्यप को जेल से जमानत करवा कर वापस ले आए ।
जमानत पर आने के बाद भी मनोज कश्यप के कारनामें बंद नहीं हुए मनोज कश्यप लगातार अवैध धन उगाही में लिख था किंतु विगत दिनांक 08-08-2019 को समय प्रवाह अखबार के संपादक वरिष्ठ पत्रकार रंजीत सिंह राठौर के साथ मनोज कश्यप ने अपने दो साथियों के साथ उन्हें दिनदहाड़े लूटपाट का प्रयास किया तथा उन्हें बुरी तरह से मारा-पीटा जिस के संबंध मैं पीड़ित ने मड़ियांव थाने पर अपनी शिकायत दर्ज कराई तथा मेडिकल करवाकर मनोज कश्यप खिलाफ लूटपाट मारपीट गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने के मामले में गम्भीर धाराओं में मामला दर्ज करवाया ।
वही मामला दर्ज होते ही मनोज कश्यप फरार हो गया तथा जनपद के बाहर से एक फर्जी वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करके खुद को निर्दोष बताते हुए अधिकारियों से न्यायिक जांच की मांग करने लगा इसके बाद भी मनोज कश्यप के कारनामे बंद नहीं हुए दिनांक 16- 08-2019 को मनोज कश्यप ने एक गरीब असहाय बेसहारा परिवार से पचास हजारे की रंगदारी मांग ली तथा ना देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी ।
जिस पर कार्यवाही करते हुए इंदिरा नगर पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर रंगदारी मांगने व जान से मारने की धमकी देने के मामले में टेंपो ड्राइवर मनोज खिलाफ मामला पंजीकृत कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है तथा पुलिस द्वारा मनोज कश्यप एवं उसके अन्य साथियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है गौरतलब हो कि आधा दर्जन से अधिक मुकदमे लिखवा कर खुद को अवैध वसूली का शहंशाह बताने वाले मनोज के खिलाफ पुलिस कब तक पूरी तरह से शिकंजा कस के उसे कारागार में निरुद्ध करती है आने वाला वक्त ही बताएगा ।
फिलहाल पुलिस की कई टीमें शातिर बदमाश व उसके साथियों की तलाश में लगातार दबिश में जुटी हुई है ।
पुलिस अधीक्षक ट्रांसगोमती अमित कुमार के व क्षेत्राधिकारी गाजीपुर दीपक कुमार सिंह के अनुसार मनोज कश्यप व उसके साथियों के खिलाफ जल्द से जल्द गैंगेस्टर की कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी —