बदमाशों की जमानत कराकर बनाई टीम, पहचाने गए शूटर
ग्वालियर। पंकज सिकरवार की हत्या कराने के लिए सेंट्रल जेल से कुख्यात बदमाशों की जेल से परमाल ने जमानत कराई। इसके बाद उसकी हत्या का पूरा ताना-बाना बुना। खबर लीक ना हो इसके लिए लोकल लेवल पर किसी को भनक नहीं होने दी। इसके बाद रैकी कराकर पंकज को गोलियों से भूनकर फरार हो गए। हत्या में शामिल परमाल और उसके तीन साथियों की शिनाख्त अब हो चुकी है। गैंगवार में हुई पंकज सिकरवार की हत्या में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। पूरे इलाके में जगह-जगह लगे सीसीटीवी फु टेज के आधार पर पुलिस ने हमलावरों के फोटो निकाल लिए हैं। पिछले तीन दिनों तक पुलिस इन फोटो का मिलान करते करते आरोपियो की शिनाख्त करने में सफल रही। पुलिस सूत्रों का दावा है कि वारदात को अंजाम देने वाले मुरैना अंबाह के बदमाश हैं। ये सभी कुख्यात गैंगस्टर परमाल तोमर के ही टीम के मेम्बर हैं। मौके पर गोली चलाने वालों में सोनू तोमर और आशु तोमर अंबाह के रुप में पहचाने गए हैं। वही बाइक पर फरार कराने वालो में रिकूं पंडित और परमाल तोमर हैं। पुलिस ने जब आरोपियो का प्रोफाइल चेक किया तो सुराग लगा कि ये सभी हाल ही में परमाल के साथ सेंट्रल जेल में बंद थे। इनकी जमानत नहीं हो रही थी। परमाल ने इनके साथ – साथ तकरीबन आधा दजज़्न से ज्यादा बदमाशों की जमानत खुद कराई। उसने अपनी टीम तैयार करने के बाद पंकज की हत्या करने का खाका खुद खींचा। पुलिस के मुताबिक परमाल ने इस बात का विशेष ख्याल रखा और लोकल लेवल पर किसी को इसकी भनक नही लगने दी। इसलिए अंबाह के लड़को से वारदात कराई और फरार हो गया। फिलहाल अपने तीनों साथियों के साथ परमाल फरार है। पुलिस जल्द से जल्द उन्हें पकडऩे के लिए परिवार वालों पर दबाव बना रही है।