ग्वालियर। शासकीय कृषि कॉलेज में चल रहा छात्रों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। अपनी मांग को मनवाने के लिए पिछले कई दिनों से छात्र कॉलेज में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में गुस्साए छात्रों ने आज सुबह स्टॉफ के सारे लोगों को बाहर निकाल दिया और कॉलेज के प्रशासन भवन के गेट पर तालाबंदी कर दी। वहीं धरने पर बैठकर छात्रों ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। गेट पर छात्रों द्वारा ताला जड़ देन से शिक्षकों सहित अन्य स्टॉफ को कैंपस में बाहर ही खड़ा रहना पड़ा। दरअसल 11 र्जन से कृषि महाविद्यालय के छात्र हड़ताल पर बैठे हुए है। इससे पहले सरकार की नीतियों के खिलाफ सार्महिक मुंडन कराकर पिंडदान कर चुके हैं, साथ ही हॉस्टल भी खाली कर चुके हंै, लेकिन इस बीच प्रदेश कृषि मंत्री सचिन यादव से भी छात्रों की बात हो चुकी है, लेकिन अभी तक कुछ भी निष्कर्ष नहीं निकला है। कृषि महाविद्यालय के छात्रों का कहना है कि प्रदेश में 22 निजी विश्वविद्यालय हैं। जिनमें कृषि स्नातक का पाठ्यक्रम कराया जा रहा छात्रों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि वे पीएटी, प्री एग्रीकल्चर टेस्ट देकर बीएससी एजी और पीजी में प्रवेश पाते हैं। अब सरकार ने प्राइवेट कॉलेज और र्यनिवर्सिटीओं को मान्यता देकर उनके प्रवेश की प्रक्रिया कृषि महाविद्यालय में भी शुरू कर दी है। जिससे कि उनके हितों पर कुठाराघात हो रहा है। तो वहीं इस मामले में कृषि विश्वविद्यालय का कहना है कि सरकार ने इस बार नई पॉलिसी के तहत प्राइवेट र्यनिवर्सिटी खोली है। उनके रिसर्च व पीजी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए संबद्धता देते हुए एक साल तक कृषि महाविद्यालय में निजी कॉलेजों के छात्रों को प्रवेश देने के लिए अनुमति प्रदान की है।